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बेवफा पत्नी के पति को बॉयफ्रेंड ने दी दर्दनाक मौत, शराब पिलाकर पीटा, फिर लगाए नींद के इंजेक्शन

By Dabangdunia News Service | Publish Date: Aug 9 2024 1:52PM | Updated Date: Aug 9 2024 1:52PM
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मुरैना। मुरैना जिले के छर्रा का पुरा गांव में मिली लाश की न सिर्फ शिनाख्त हो गई, बल्कि पुलिस ने हत्या का खुलासा भी कर दिया। मृतक की पत्नी ने ही अपने प्रेमी और उसके पांच दोस्तों से यह हत्या करवाई थी। पुलिस ने महिला, उसके प्रेमी और पांच अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। एएसपी मुरैना डॉ अरविंद ठाकुर ने बताया, नूराबाद थाना इलाके के छर्रा का पुरा गांव में बीते 2 अगस्त को तालाब किनारे बोरे में बंद एक लाश मिली थी। मृतक की पहचान बिचौला गांव निवासी मनोज पुत्र राजीलाल उच्चारिया (उम्र 37) के तौर पर हुई। 

मनोज के शव को उसके पिता, भाई और अन्य स्वजनों ने पहचान लिया, लेकिन पत्नी भारती ने कहा कि यह शव उसके पति का नहीं, बल्कि किसी और का है। पुलिस के शक की सुई यहीं से मृतक की पत्नी पर टिक गई। छानबीन शुरू हुई, सीसीटीवी कैमरों से लेकर मृतक और उसकी पत्नी के मोबाइल के कॉल डिटेल खंगाले गए। पता चला कि मृतक की पत्नी के मुरैना शहर निवासी आशुतोष माहौर से अवैध संबंध हैं।

आशुतोष मुरैना के वनखंडीरोड स्थित कौशल विकास केंद्र का मैनेजर है। एक-डेढ़ साल पहले भारती यहां कम्प्यूटर सीखने आती थी। तभी से आशुतोष से अवैध संबंध बन गए। भारती मई महीने में भी घर से भाग चुकी थी और तब भी आशुतोष माहौर का नाम आया था।

पुलिस को मृतक की कॉल डिटेल में पता चला कि 23 जुलाई को आखिरी कॉल आशुतोष का ही आया था। वनखंड़ी रोड के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज में भी मृतक का कौशल विकास केंद्र तक जाना पता चला। इतने सबूत जुटाने के बाद पुलिस ने आशुतोष माहौर को दबोचा और सख्ती से पूछताछ की तो उसने मनोज की हत्या की बात कबूल कर ली।

पूछताछ में आरोपी ने बताया कि कौशल विकास केंद्र के संचालक दीपक सेंगर, लोकेश राठौर, अमन यादव, दीपक पलिया और आदित्य सिसोदिया के साथ मिलकर उसने 23 जुलाई को ही मनोज की हत्या कर दी। रात के समय शव को बोरे में बंद किया, फिर ट्रॉली में रखकर खिरावली गांव जाकर सड़क किनारे से तालाब में फेंक दिया था। 

मृतक मनोज 22 जुलाई से लापता था और 23 जुलाई को नूराबाद पुलिस ने गुमशुदगी का भी केस किया था। उसकी हत्या इतने निर्मम तरीके से हुई है कि पुलिस अफसर भी हैरान रह गए। आरोपियों ने पहले मनोज को शराब पिलाई, फिर नशे की हालत में बुरी तरह पीटा। इसके बाद 25 से 30 नींद की गोलियों को पीसकर पानी में मिलाया। इस घोल को इंजेक्शनों में भरकर मनोज की गर्दन, पेट, छाती, पसलियों में लगाया। बेहोश होने के बाद मनोज के मुंह में कपड़ा ठूंसा और गला दबाकर मौत के घाट उतार दिया। 

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