आगरा। अखिल भारत हिन्दू महासभा ने बुधवार को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) कार्यालय पर प्रदर्शन किया। महासभा की महिला सभा की जिलाध्यक्ष मीरा राठौर की मानसिक स्थिति सही नहीं बताने के मामले में एएसआई से माफी मांगने की मांग की गई। ऐसा नहीं करने पर सोमवार को ताजमहल में कार्यकर्ताओं द्वारा जलाभिषेक की चेतावनी दी गई।
मीरा राठौर ने कहा कि वह 29 जुलाई को सावन के दूसरे सोमवार को सोरों से तेजोमहालय में जलाभिषेक के लिए कांवड़ लेकर आई थीं। पुलिस ने उन्हें बैरियर पर रोककर राजेश्वर मंदिर में कांवड़ चढ़वा दी थीं। कुछ गंगाजल बचा लिया था जिसे सोमवार को उन्होंने तेजोमहालय पर चढ़ायाएवं भगवा भी फहराया। इसी दौरान सीआईएसएफ के द्वारा उन्हें पकड़ लिया गया।
जबरदस्ती दबाव बनाकर गंगाजल न चढ़ाने का वीडियो बना लिया। पति और बेटे से कोरे कागज पर अंगूठा लगवा लिया। इस पर बाद में माफीनामा लिखकर मुझे मानसिक रोगी करार देनी की कोशिश कर मेरी छवि धूमिल करने के उद्देश्य से इंटरनेट मीडिया में वायरल कर दिया।
मीरा राठौर ने कहा कि क्या कोई व्यक्ति कुछ भी कह देगा, उसे आप बिना जांच के मान लेते हैं। मेरा मेडिकल क्यों नहीं कराया गया। कोई व्यक्ति तेजोमहालय के अंदर कितना भी गंभीर अपराध कर देगा और उसके स्वजन मानसिक रोगी बताकर माफीनामा दे देंगे तो उसे बिना जांच छोड़ देंगे। तेजोमहालय के अंदर भगवा मैंने पूर्ण होशोहवास में बिना किसी दबाव से फहराया। उनका अंगूठा अथवा हस्ताक्षर क्यों नहीं करवाए गए माफीनामा में। जिसे माफीनामा बताकर मेरी छवि धूमिल की जा रही है, उस पर ऊपर सुपुर्दगीनामा लिखा है। फिर उसे माफीनामा कहकर कैसे वायरल किया गया। साफ है पहले एएसआइ यह तय करे कि यह माफीनामा है या सुपुर्दगीनामा।
मीरा राठौर ने कहा, कि मुझे मानसिक रोगी बताकर मेरी छवि धूमिल करने के लिए एएसआई लिखित माफी मांगे। अन्यथा मैं सक्षम न्यायालय में जाने के लिए बाध्य होंगी। दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई और मुझे न्याय नहीं मिला तो मेरे साथ-साथ अगले सोमवार को हिन्दू महासभा के कार्यकर्ता तेजोमहालय में जलाभिषेक करेंगे। महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय जाट, कार्यवाहक प्रदेश अध्यक्ष शंकर श्रीवास्तव, प्रदेश संयोजक गोपाल सिंह चाहर, मीना दिवाकर, सौरभ शर्मा, विपिन राठौर आदि मौजूद रहे।