खंडवा। ओंकारेश्वर में ओंकार पर्वत के निकट सिद्धेश्वर मंदिर के पीछे स्थित आश्रम में संन्यासी की एक युवक ने बेरहमी से हत्या कर दी है। आरोपित आश्रम का कथित सेवक बताया जा रहा है। एक सप्ताह पहले ही उसे आश्रम में रखा गया था। चर्चा है कि आश्रम से निकलने की बात पर उसने बाबा की हत्या कर दी। मांधाता पुलिस ने आरोपित को हिरासत में लिया है।
तीर्थ नगरी ओंकारेश्वर में शुक्रवार सुबह करीब 10:45 बजे फौजी बाबा के आश्रम में हत्या की घटना से सनसनी फैल गई। आश्रम के सन्यासी 84 वर्षीय राजेंद्र शुक्ला उर्फ फौजी बाबा निवासी बेलागांव हसमोली जिला वंसल उत्तर प्रदेश फौज से रिटायर होने के बाद करीब 35 वर्षों से ओंकारेश्वर में आश्रम बनाकर रह रहे थे।
बताया जाता है कि गुरु पूर्णिमा पर आश्रम में सेवा के लिए उन्होंने सतवास क्षेत्र के एक युवक को रखा था। उसकी पैसों की मांग अधिक होने और व्यवहार ठीक नहीं होने से फौजी बाबा ने दो- तीन दिन बाद ही उसे आश्रम से निकाल दिया था। उसके बाद से वह बाबा को लगातार देख लेने और मर्डर की चेतावनी दे रहा था। फौजी बाबा ने यह बात अपने अन्य सेवकों को भी फोन पर बताई थी। इसके चलते हत्या के पीछे उसी का हाथ होने का संदेह पुलिस को है। बताया जाता है की हत्या की बात बहुत बड़वाह जाकर स्वयं को सरेंडर कर दिया था।