इंदौर। एक बार फिर 14 लोगों ने घर वापसी करते हुए सनातन धर्म को अपनाया। खजराना में पहले शुद्धिकरण के लिए पूजन हुआ। इसके बाद सभी ने खजराना गणेश मंदिर में पूजा अर्चना की। घर वापसी के बाद सभी को नए नाम भी मिले। इससे पहले भी 30 लोगों की घर वापसी हुई थी। इस दौरान मौजूद अतिथियों ने कहा कि सनातन धर्म सबसे पुराना है। भारत भूमि पर रहने वाले सभी धर्म जाति विशेष के लोग सनातनी हैं। आतताइयों के आक्रमण के समय लाखों की संख्या में में जबरिया धर्म परिवर्तन कराया गया।
सेम पावरी और संतोष शर्मा ने बताया वैदिक धर्म मंत्रोचार पद्धति के साथ पहले शुद्धिकरण पूजन और हवन किया गया। इसके बाद सभी घर वापसी करने वाले लोगों ने खजराना गणेश मंदिर में दर्शन कर भगवान से आशीर्वाद लिया।
इंदौर में इरफान बने आशीष, गफ्फार बने गोविंद, 4 परिवार के 9 लोगों ने अपनाया सनातन धर्म
ये मिले नए नाम
1. शाजिया हाशमी से सपना
2. अलफीजा से आलिया
3. आमिना से अमृता
4. आरजू से एलिना
5. अदनान शाह से आरव
6. तरन्नुम बी से तम्मन्ना
7. मुमताज बी से मीना
8. मुबारक शाह से मुकेश
9. समीर से सावन
10. सोफिया से भूमिका
11. अबेल मसीह से भरत
12. अयाना से प्रशंसा
13. अफसाना से आरती
14. मरयम से आश्रिता
इससे पहले गत अप्रैल में भी मुस्लिम समुदाय के चार परिवार के 9 लोगों ने सनातन धर्म को अपनाया था। इन 9 में से 3 इंदौर और 6 लोग मंदसौर के हैं। खजराना गणेश मंदिर में शुद्धि यज्ञ किया गया। शुद्धिकरण के बाद सभी को नए नाम दिए गए। इसके बाद सभी ने खजराना गणेश मंदिर में जाकर दर्शन-पूजन किया।
हैदर बना था हरिनारायण, इमरान बना आशीष और गफ्फार बना गोविंद
इंदौर के हैदर को हरिनारायण, इमरान को आशीष और गफ्फार को गोविंद नाम दिया गया। इसके अलावा परवीन बी को पल्लवी, इरफान को ईश्वर, तमन्ना तन्नू, शेरू को ओमप्रकाश, रुक्कया बी रुक्मणी बनी।