लखनऊ। मुंबई ने 15वीं बार ईरानी कप जीत लिया है। लखनऊ के इकाना क्रिकेट स्टेडियम में मुंबई और शेष भारत के बीच खेला गया मुकाबला ड्रॉ रहा। ऐसे में पहली पारी की बढ़त के आधार पर मुंबई चैम्पियन बनने में कामयाब रही। मुंबई ने इससे पहले 1997 ने ईरानी कप जीता था। यानी वह 27 सालों के लंबे इंतजार के बाद फिर से ये खिताब जीतने में सफल रही। मुकाबले में अजिंक्य रहाणे मुंबई की कप्तानी कर रहे थे, वहीं ऋतुराज गायकवाड़ के कंधो पर रेस्ट ऑफ इंडिया टीम की जिम्मेदारी थी।
पहली पारी में दोहरा शतक जड़ने वाले सरफराज खान 'प्लेयर ऑफ द मैच' चुने गए। ईरानी कप में रणजी चैम्पियन का सामना रेस्ट ऑफ इंडिया से होता है। रणजी ट्रॉफी का पिछला सीजन मुंबई ने जीता था। बता दें कि रेस्ट ऑफ इंडिया सर्वाधिक 30 मौकों पर ईरानी कप चैम्पियन बनी है, वहीं मुंबई की टीम दूसरे स्थान पर है।
खेल के पांचवें दिन (5 अक्टूबर) मुंबई का स्कोर दूसरी पारी में आठ विकेट पर 329 रन था, जिसके बाद दोनों टीमों ने मैच को समाप्त करने का फैसला किया। मुंबई के लिए दूसरी पारी में तनुष कोटियन ने 150 गेंदों का सामना करते हुए नॉटआउट 114 रन बनाए, जिसमें 10 चौके के अलावा एक सिक्स शामिल था। पृथ्वी शॉ (76 रन) और मोहित अवस्थी (51* रन) ने भी अर्धशतकीय पारियां खेलीं। हालांकि पहली पारी में बड़ी बढ़त हासिल करने वाली मुंबई की टीम का स्कोर एक समय 171/8 रन था। ऐसे में तनुष कोटियन और मोहित अवस्थी ने नौवें विकेट के लिए नाबाद 158 रन की साझेदारी करके मुंबई को सेफ जोन में पहुंचा दिया।
बता दें कि मुंबई ने अपनी पहली पारी में 537 रन बनाए थे। सरफराज खान 222 रनों पर नॉटआउट रहे थे। सरफराज ने इस दौरान 286 गेंदों का सामना किया था और 25 चौके के अलावा चार छक्के जड़े। कप्तान अजिंक्य रहाणे (97 रन), तनुष कोटियन (64 रन) और श्रेयस अय्यर (57 रन) ने भी मुंबई की ओर से अर्धशतकीय योगदान दिया। रेस्ट ऑफ इंडिया के लिए तेज गेंदबाज मुकेश कुमार ने पांच विकेट चटकाए थे। वहीं प्रसिद्ध कृष्णा और यश दयाल को दो-दो सफलताएं हासिल हुईं।
जवाब में रेस्ट ऑफ इंडिया अपनी पहली पारी में 416 रन ही बना सकी। यानी पहली पारी के आधार पर मुंबई को 121 रनों की लीड हासिल हुई। रेस्ट ऑफ इंडिया के लिए ओपनर अभिमन्यु ईश्वरन ने 292 गेंदों पर 191 रन बनाए थे, जिसमें 16 चौके के अलावा एक सिक्स शामिल रहा। विकेटकीपर बल्लेबाज ध्रुव जुरेल ने 93 रनों का अहम योगदान दिया। मुंबई की ओर से तनुष कोटियन और शम्स मुलानी ने तीन-तीन सफलता प्राप्त की।