इंदौर। केन्द्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने यहां के कनाड़िया क्षेत्र में हुए वृहद पौधरोपण अभियान में अपनी मां स्व. श्रीमती माधवी राजे सिंधिया की याद में पौधरोपण किया। उन्होंने त्रिवेणी के रूप में बरगद, नीम एवं पीपल के पौधे रोपे। इंदौर में इस अभियान के तहत 51 लाख पौधों का रोपण किया जा रहा है।
सिंधिया ने कल इस पौधरोपण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पर्यावरण संरक्षण के लिये ‘एक पेड़ माँ के नाम’ लगाने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि बीती दो सदी में मनुष्य ने अपनी आवश्यकताओं के लिये प्राकृतिक संसाधनों का अंधाधुंध दोहन किया है। इस वजह से पूरी दुनिया में ग्लोबल वार्मिंग का संकट खड़ा हो गया है। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि सदियों से भारत भूमि, नदियों, पर्वतों और वनों की रक्षा करता आया है। उन्होंने कहा कि एक पेड़ काटना यानी जीवन के एक क्षण के काटने के समान है। अब जरूरत है कि देश का प्रत्येक व्यक्ति कम से कम एक पौधा रोपे और उसकी सुरक्षा का संकल्प लें।
कार्यक्रम को नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने संबोधित करते हुए कहा कि प्रकृति ने हमें ईको सिस्टम दिया है, इसके संरक्षण का दायित्व प्रत्येक व्यक्ति का है। वृहद पौधरोपण अभियान से इंदौर का ग्रीन कवर बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है। पौधरोपण से हरियाली के साथ भूमि के जल स्तर में वृद्धि होगी। श्री वियजवर्गीय ने कहा कि जब हम धरती मां से जीवन जीने के लिये कुछ पाते हैं, तो उसे लौटाने का दायित्व भी प्रत्येक व्यक्ति का है।
जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने कहा कि ‘एक पेड़ माँ के नाम अभियान’ में इंदौर में 51 लाख पौध-रोपण किया जा रहा है। यह देश के लिये मिसाल बनेगा। इंदौर की पहचान क्लीन सिटी के रूप में देश में होती है। अब इंदौर को ग्रीन सिटी के रूप में भी पहचान दिलाई जायेगी। इंदौर महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा कि आज के पौध-रोपण स्थल को स्व. माधवी राजे सिंधिया की याद में उपवन के रूप में विकसित किया जाएगा। कार्यक्रम में स्थानीय सांसद शंकर लालवानी, जिला पंचायत अध्यक्ष रीना मालवीय, विधायक रमेश मेंदोला, मधु वर्मा, गोलू शुक्ला सहित बड़ी संख्या में नागरिक मौजूद थे।