बांग्लादेशी एक्टर शान्तो खान और उनके प्रोड्यूसर पिता सलीम खान को भीड़ ने पीट-पीटकर मार डाला। सलीम हसीना की पार्टी अवामी लीग से जुड़े थे। सलीम खान एक प्रोड्यूसर होने के साथ-साथ बांग्लादेश के चांदपुर उपजिले में, लक्ष्मीपुर मॉडल यूनियन परिषद के चेयरमैन भी थे। ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक सोमवार को वे घर से निकलकर भाग रहे थे। फरक्काबाद बाजार में उन्हें भीड़ ने घेर लिया। तब उन्होंने गोली चलाकर खुद को बचा लिया लेकिन बाद में वे घिर गए। शान्तों खान ने ‘बाबूजान’, ‘तुंगीपारा मिया भाई’ और ‘बिक्सोव’ और जैसी बांग्ला फिल्मों में काम किया था। उन पर आय से अधिक संपत्ति रखने का मुकदमा चल रहा था।
रिपोर्ट्स में सामने आया है कि सोमवार, 5 अगस्त को सलीम और शांतो अपने घर से भागने की कोशिश कर रहे थे। तभी बलिया यूनियन के, फरक्काबाद बाजार में गुस्साई भीड़ उनके सामने आ गई। उन्होंने खुद को बचाने के लिए पिस्टल से गोलियां भी चलाईं, लेकिन पास ही के बगरा बाजार में उनका सामना फिर से भीड़ से हो गया। बताया जा रहा है कि वहां पर गुस्साई भीड़ ने सलीम और उनके बेटे शांतो की पीट-पीटकर हत्या कर दी।
फेमस बांग्ला सिंगर राहुल आनंद का ढाका के धानमंडी में 140 साल पुराना घर जला दिया गया। जलाने से पहले उनके घर में लूटपाट भी की गई। आनंद उनकी पत्नी और उनका बेटा हमले से सुरक्षित बच निकलने में सफल रहे। घर में आग लगने की वजह से राहुल के घर में रखे 3,000 म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट्स बर्बाद हो गए।
वहीं ढाका ट्रिब्यून से एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि सोमवार के बाद से अब तक कम से कम 50 पुलिसकर्मियों की मौत हो गई है। ढाका के अलावा देश के ज्यादातर पुलिस स्टेशनों पर कोई भी पुलिसकर्मी मौजूद नहीं है।जान बचाने के डर से सभी पुलिसकर्मी भाग गए हैं। अवामी लीग से जुड़े कई बड़े पुलिस अधिकारी अपने रिश्तेदारों के यहां छिप गए हैं। पुलिस अधिकारियों ने अखबार से कहा कि देश भर में चार सौ से अधिक पुलिस स्टेशनों पर हमले, तोड़फोड़, आगजनी और लूटपाट की घटनाएं हुई हैं।