नई दिल्ली। अमेरिका में प्रवासी नीति पर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बहुचर्चित सख्त रुख के बावजूद वहां पढ़ने जाने वाले भारतीय विद्यार्थियों की संख्या में पिछले साल 10 हजार से ज्Þयादा का इजाफा हुआ है। इस संख्या में और वृद्धि के उद्देश्य से अमेरिकी दूतावास जल्द ही एक ऐप जारी करेगा जो छात्रों को वीजा लेने के लिए सहायता करेगा। अमेरिकी दूतावास में मिनिस्टर काउंसलर (कौंसिल सेवाएं) जोसेफ पोम्पर ने मंगलवार को यहां ओपेन डोर्स रिपोर्ट जारी करके संवाददाताओं के साथ बीते साल के छात्र वीजा आंकड़े साझा किये।
उन्होंने कहा कि लगातार पांच साल से अमेरिका में छात्र वीजा पाने वालों की संख्या में पांच फीसदी से अधिक की दर से इजाफा हो रहा है और विगत 10 वर्षों में दोगुनी हो गई है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2017-18 में अमेरिका आने वाले भारतीय छात्रों की संख्या एक लाख 96 हजार 271 रही जबकि वर्ष 2016-17 में छात्र वीजा पाने वाले भारतीयों की संख्या एक लाख 86 हजार 267 थी। अमेरिका आने वाले भारतीय छात्रों में से 73 प्रतिशत छात्र गणित, कंप्यूटर विज्ञान अथवा इंजीनियंरिग में प्रवेश लेते हैं। दस प्रतिशत छात्र मैनेजमेंट या बिजनेस जबकि आठ प्रतिशत छात्र चिकित्सा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में प्रवेश लेते हैं। उन्होंने रिपोर्ट के आंकड़े साझा करते हुए कहा कि अमेरिका में पढ़ने वाले विदेशी छात्रों की संख्या में गत वर्ष 1.5 प्रतिशत का इजाफा दर्ज किया गया है।
अंतरराष्ट्रीय छात्रों में भारतीय छात्र लगातार दूसरे स्थान पर बने हुए हैं। चीनी छात्र नंबर एक पर हैं। तीसरे स्थान पर दक्षिण कोरिया है। पर दक्षिण कोरियाई छात्रों की संख्या में सात फीसदी की गिरावट आयी है। उन्होंने बताया कि भारत में पढ़ने आने वाले अमेरिकी छात्रों की संख्या वर्ष 2016-17 के 4191 की तुलना में वर्ष 2017-18 में 4704 हो गयी है। पोम्पर ने राष्ट्रपति ट्रंप की नीतियों के बारे में एक सवाल के जवाब में कहा कि राष्ट्रपति का मानना है कि छात्र वीसा का आशय शिक्षा प्राप्त करना है, रोजÞगार प्राप्त करना नहीं है। रोजÞगार के लिए अलग से वीजा प्रक्रिया होनी चाहिए।
इसमें शिक्षा के लिए आने वाले विद्यार्थियों पर रोक नहीं लगती है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को अमेरिकी छात्र वीजा प्राप्त करने के लिए अमेरिका के सात केन्द्रों में से किसी एक से संपर्क करना चाहिए। अमेरिकी दूतावास ने इस साल भारत में 10 विश्वविद्यालयों में शिक्षा मेले आयोजित किये हैं जिनमें वीजा प्रणाली के बारे में भी जानकारी दी गयी। जल्द ही सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ऐप के माध्यम से छात्रों को सहायता सुविधा उपलब्ध करायी जाएगी।