वाशिंगटन। अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने भारत में जन्मी और पली-बढ़ी गीता गोपीनाथ को मुख्य अर्थशास्त्री और अनुसंधान विभाग का प्रमुख नियुक्त किया है। अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष ने बताया कि आईएमएफ प्रमुख क्रिस्टिन लगार्ड ने सोमवार को गोपीनाथ को आर्थिक सलाहकार और अनुसंधान विभाग के प्रमुख के पद पर नियुक्त किया। वह वर्तमान में हावर्ड विश्वविद्यालय में अंतर्राष्ट्रीय अध्ययन एवं अर्थशास्त्र की जॉन ज्वान्स्ट्रा प्रोफेसर हैं। वह मॉरिश आॅस्फेल्ड का स्थान लेंगी जिन्होंने जुलाई में ही घोषणा कर दी थी कि वह इस साल के अंत में सेवानिवृत्त होंगे।
गोपीनाथ का जन्म भारत में हुआ था और वह वहीं पली-बढ़ी हैं। वर्तमान में अमेरिकी नागरिक गीता गोपीनाथ दिल्ली विश्वविद्यालय से कला संकाय में स्रातक हैं। उन्होंने पहले दिल्ली विश्वविद्यालय के 'दिल्ली स्कूल आॅफ इकोनॉमिक्स' और बाद में वाशिंगटन विश्वविद्यालय से स्रातकोत्तर डिग्री हासिल की। वर्ष 2001 में प्रिंस्टन विश्वविद्यालय से पीएचडी करने के बाद उसी वर्ष शिकागो विश्वविद्यालय में एसिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर काम शुरू किया। वर्ष 2005 से वह हार्वर्ड विश्वविद्यालय में पढ़ा रही हैं।
लगार्ड ने गीता गोपीनाथ की नियुक्ति पर कहा 'गीता दुनिया की बेहतरीन अर्थशास्त्रियों में से एक हैं। उनका अकादमिक प्रदर्शन काफी अच्छा है। बौद्धिक नेतृत्व में उनका ट्रैक रिकॉर्ड बेहतरीन रहा है और विविध क्षेत्रों में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उन्हें अनुभव प्राप्त है। इसलिए वह इस महत्त्वपूर्ण मोड़ पर हमारे अनुसंधान विभाग का नेतृत्व करने के लिए बिल्कुल योग्य हैं। मुझे ऐसे व्यक्ति को मुख्य अर्थशास्त्री बनाने की खुशी है।' गोपीनाथ विनिमय दरों, व्यापार और निवेश, अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय संकट, मौद्रिक नीति, डेट और उभरते बाजारों के संकट पर 40 अनुसंधान लेख प्रकाशित कर चुकी हैं।