शिकागो। भारत और अमेरिका के विदेश एवं रक्षा मंत्रियों के बीच सफल वार्ता के एक ही दिन बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि वह भारत और चीन जैसे विकासशील देशों को दी जाने वाली सब्सिडी खत्म करना चाहते हैं। ट्रंप ने शुक्रवार को एक धन संग्रह कार्यक्रम के दौरान कहा कि भारत और चीन खुद को विकासशील देश बताते हैं और इसी आधार पर वे सब्सिडी ले रहे हैं। उन्होंने कहा कुछ ऐसे देश हैं जिनकी अर्थव्यवस्था विकासशील मानी जाती है।
कुछ देश अभी परिपक्व नहीं हुए हैं, इसलिए हम उन्हें सब्सिडी का भुगतान कर रहे हैं। यह पागलपन है। भारत, चीन और ऐसे अन्य देशों को हम ये कहते हैं कि वह वास्तव में विसकित हो रहे हैं। हमें उन्हें पैसे देने पड़ते हैं। ये सभी चीजें मूर्खतापूर्ण हैं लेकिन हम इसे रोकने जा रहे हैं। हमने इसे रोक दिया है।" उन्होंने कहा, "हम भी विकासशील देश हैं, ओके? जैसा कि मैं सोचता हूं, हम एक विकासशील देश हैं। मैं भी इस श्रेणी में आना चाहता हूं क्योंकि हम विकसित हो रहे हैं। हम तेजी से विकसित हो रहे हैं।
श्री ट्रंप ने तालियों की गड़गड़ाहट के बीच विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) की आलोचना करते हुए कहा कि बहुत से लोग यह नहीं जानते यह क्या है और इसने चीन को आर्थिक महाशक्ति बनने की इजाजत दे दी।" गौरतलब है कि दिल्ली में गुरुवार को भारत और अमेरिका के विदेश एवं रक्षा मंत्रियों के बीच टू प्लस टू बैठक के समापन के अवसर पर अमेरिकी विदेश मंत्री माइकल पोम्पियो ने दोनों देशों के संबंधों को नयी ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए श्री ट्रंप और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की सराहना की थी।