इस्लामाबाद। पनामा पेपर घोटाला मामले के संबंध में पाकिस्तान के वित्त मंत्री इशाक डार सोमवार एक जवाबदेही अदालत के सामने पेश हुए। उन्होंने गिरफ्तारी से बचने के लिए अदालत में 10 लाख रूपए का जमानती बॉन्ड जमा किया। राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) द्वारा आठ सितंबर को अपदस्थ प्रधानमंत्री नवाज शरीफ, उनके बच्चों और डार के खिलाफ दर्ज कराए गए भ्रष्टाचार के मामले की सुनवाई कर रही इस अदालत ने 20 सितंबर को डार के खिलाफ जमानती गिरफ्तारी वारंट जारी किया था।
डार सोमवार सुबह ही शरीफ के साथ लंदन से लौटे है और उन्हें पनामा पेपर घोटाला मामले में भ्रष्टाचार और धन शोधन के आरोपों का सामना करना होगा। डार के वकील ने उन्हें गिरफ्तारी से बचाने के लिए 10 लाख रूपए का जमानती बॉन्ड जमा करवाया। अदालत ने एक संक्षिप्त सुनवाई के बाद डार के मामले को 27 सितंबर तक के लिए टाल दिया है और उनसे दुबारा पेश होने को कहा है क्योंकि उन्हें अपनी घोषित आय से ज्यादा की संपत्ति रखने के मामले में अभियोजन पक्ष द्वारा औपचारिक तौर पर दोषी ठहराया जा सकता है।
एनएबी ने जवाबदेही अदालत में शरीफ, उनके बेटे-हसन और हुसैन, बेटी-मरियम, दामाद-सफदर और डार के खिलाफ भ्रष्टाचार और धन शोधन के तीन मामले दर्ज करवाए है। उच्चतम न्यायालय ने पनामा पेपर घोटाला में 28 जुलाई को शरीफ को प्रधानमंत्री पद के लिए अयोग्य घोषित कर दिया था। उच्चतम न्यायालय के मुताबिक जवाबदेही न्यायाधीश को छह महीने के भीतर मामलों पर फैसला देना है।