नई दिल्ली। भारत और दक्षिण कोरिया ने आपसी आर्थिक एवं व्यापारिक संबंध को और अधिक प्रगाढ़ करने की प्रतिबद्धता जताते हुए आपसी सहयोग के लिए नई संभावनाएं तलाशने पर बल दिया है। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री सुरेश प्रभु 21 से 23 सितंबर तक दक्षिण कोरिया की यात्रा पर थे जहां उन्होंने 'सातवीं एशिया - यूरोप आर्थिक मंत्री स्तरीय बैठक' और भारत- कोरिया व्यापक मंत्रिस्तरीय आर्थिक भागीदारी समझौते की तीसरी संयुक्त मंत्रिस्तरीय बैठक में हिस्सा लिया।
यात्रा के दौरान श्री प्रभु ने दक्षिण कोरिया में सत्तारुढ़ डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष चू मी एये के साथ मुलाकात की और द्विपक्षीय संबंधों पर विस्तृत चर्चा की। सुश्री चू मी ने भारत के साथ अपने संबंधों को महत्वपूर्ण बताया और इन्हें अगले स्तर पर ले जाने की प्रतिबद्धता जाहिर की। उन्होंने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था वैश्विक स्तर पर तारे की तरह चमक रही है और ' हाथी ने ड्रैगन को पछाड़ दिया है।
प्रभु ने अगले कोरिया- भारत कारोबार सम्मेलन के आयोजन की तिथि पर विचार किया। यह बैठक द्विपक्षीय व्यापारिक संबंधों को मजबूती देने पर केंद्रित होगी। बाद में केंद्रीय मंत्री ने दक्षिण कोरिया की प्रभावशाली मीडिया कंपनी चोसुन इल्बो के अध्यक्ष बांग सांग हून के साथ भी चर्चा की। इससे पहले प्रभु ने कोरिया के उद्योगपतियों और उद्योग संगठनों से मुलाकात की और उन्हें भारत में निवेश के लिए आमंत्रित किया।