सिंगापुर। भारतीय मूल के सिंगापुर के पूर्व राष्ट्रपति एस आर नाथन का सोमवार रात निधन हो गया। वे 92 वर्ष के थे। शुक्रवार को राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी वक्तव्य में कहा गया है कि नाथन के सम्मान में शुक्रवार तक सभी सरकारी इमारतों पर झंड़े आधे झुके रहेंगे।
वक्तव्य में बताया गया है कि शुक्रवार को शाम चार बजे उनके सम्मान में नेशनल यूनिवर्सिटी आॅफ सिंगापुर के यूनिवर्सिटी आॅफ कल्चरल सेंटर में एक प्रार्थना सभा होगी। इसमें नाथन के परिजन, मित्र और पूर्व सहयोगी शामिल होंगे।
इसमें राष्ट्रपति टोनी टान, कैबिनेट मंत्री, संसद सदस्यों आदि के साथ साथ उनके परिजन ,मित्र और पूर्व सहकर्मी शामिल होंगे। इसके बाद उनका अंतिम संस्कार होगा। नाथन के पार्थिव शरीर को बृहस्पतिवार सुबह दस बजे से शुक्रवार तक संसद भवन में दर्शन के लिए रखा जाएगा।
31 अगस्त, 2011 को उन्हेंने घोषणा की थी कि अब वे इस पद पर तीसरा कार्यकाल नहीं चाहते हैं। उनके बाद टोनी टान कांग याम राष्ट्रपति बने थे।
31 जुलाई को नाथन को मस्तिष्क आघात हुआ था जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। सोमवार रात को सिंगापुर जनरल अस्पताल में उनका निधन हो गया। वे सिंगापुर के छठे और सबसे लंबी अवधि तक पद बने रहने वाले राष्ट्रपति थे। 1999 और 2011 में दो कार्यकाल में वे इस पद पर रहे।