काबुल। अफगानिस्तान सरकार ने आतंकवादी समूह तालिबान से बातचीत करने से पहले उसके साथ युद्धविराम पर जोर दिया है। अफगानिस्तान सरकार ने देश में शांति के लिए किसी प्रकार की बातचीत शुरू करने से पहले युद्धविराम पर यह कहते हुए जोर दिया है कि यह सभी अफगान नागरिकों की भी मांग है।
राष्ट्रपति भवन के प्रवक्ता सीदिक सिदीकी ने कहा, अफगानिस्तान के लोग देश में शांति कायम करने के लिए किसी बातचीत को शुरू करने से पहले युद्धविराम करने पर जोर दे रहे हैं। सरकार की यह प्रतिक्रिया ऐसे समय में आयी है जब तालिबान के प्रतिनिधियों और अफगानिस्तान में अमेरिकी शांति दूत जलमेय खलिलजाद के बीच कतर की राजधानी दोहा में चल रही बातचीत में दोनों पक्ष शांति समझौते के काफी करीब पहुंच चुके हैं।
मीडिया रिपोर्टा के मुताबिक तालिबान के दोहा स्थित कार्यालय के प्रवक्ता सोहैल शाहीन ने कहा कि उनका संगठन पूरी तरह युद्धविराम नहीं करेगा बल्कि हिंसा और अमेरिकी और अफगानी बलों के विरूद्ध हमले में कमी करेगा ताकि देश से विदेशी सेनाओं की वापसी का काम सुगमता से हो सके। ‘हिंसा में कमी’ शब्द को ‘अव्यावहारिक’ बताते हुए श्री सिदीकी ने कहा कि देश में युद्ध को समाप्त करने के लिए अंतर-अफगान वार्ता के वास्ते युद्धविराम पूर्व शर्त होनी चाहिए। उन्होंने स्पष्ट किया,‘‘कोई भी बात अफगान सरकार की भागीदारी के बिना नहीं होगी।