तेहरान। ईरान ने शनिवार को माना कि गत सप्ताह यूक्रेन के विमान को गलती से मार गिराये जाने को ‘मानवीय भूल’ बताते हुए इस पर माफी मांगी और इस हादसे की जांच का आदेश दिया। यूक्रेन ने ईरान से इस मसले की पूरी जांच कराने एवं मुआवजा देने की मांग की है। इस हादसे में विमान में सवार चालक दल के नौ सदस्यों समेत 176 लोग मारे गये थे। मारे गये लोगों में अधिकांश ईरानी और कनाडा के नागरिक शामिल थे। ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने इस घटना पर माफी मांगते हुए है जिसने भी इस अक्षम्य घटना को अंजाम दिया है उसे दंडित किया जाएगा और मामले की जांच की जाएगी। रूहानी ने एक बयान जारी कर कहा, जनरल कासिम सुलेमानी की शहादत के बाद ईरान के खिलाफ आक्रामक अमेरिकी शासन की ओर से खतरों और धमकी के माहौल में तथा अमेरिकी सेना के संभावित हमलों के खिलाफ खुद का बचाव करने के लिए, ईरान के सशस्त्र बल पूरी तरह अलर्ट था।
जो दुर्भाग्य से मानव त्रुटि और गलत गोलीबारी के कारण इस भयानक तबाही का कारण बना, जिसमें दर्जनों निर्दोष लोगों का जीवन समाप्त हो गया। सरकारी न्यूज एजेंसी ईरना ने रूहानी के हवाले से कहा, सभी शोक संतप्त परिवारों के प्रति मैं हार्दिक संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। उन्होंने जोर देकर कहा कि यह दुखद घटना ऐसा मुद्दा नहीं है जिसे आसानी से भुलाया जा सके। ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला सैय्यद अली खामनेई ने विमान हादसे की जांच का आदेश देते हुए सशस्त्र बलों के जनरल चीफ ऑफ स्टाफ को इस घटना की जांच करने के लिए आवश्यक उपाय करने और यह सुनिश्चित करने को भी कहा कि भविष्य में ऐसी घटना नहीं दोहराई जाय। गौरतलब है कि ईरान की राजधानी तेहरान हवाई अड्डे से गत बुधवार को उड़ान भरने के चंद मिनटों के भीतर ही यूक्रेन का विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था जिसमें उसपर सवार चालक दल के सभी सदस्यों समेत सभी 176 यात्री मारे गये थे।
यह विमान तेहरान से यूक्रेन की राजधानी कीव की उड़ान पर था। इस बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने ईरान से घटना पर पूरीतरह खेद प्रकट करने, विमान हादसे की जांच कराने तथा मुआवजे का भुगतान करने की मांग की है। उन्होंने कहा, हम ईरान से हादसे की पूर्ण और खुली जांच कराना, दोषियों को न्याय के दायरे में लाने, मृतकों के शवों की वापसी, मुआवजे का भुगतान तथा राजनयिक चैनलों के माध्यम से आधिकारिक माफी चाहते हैं। साथ ही उन्होंने कहा,‘‘हमारे 45 विशेषज्ञों को न्याय स्थापित करने के लिए पूर्ण पहुंच और सहयोग प्राप्त होना चाहिए। इससे पहले ईरानी विदेश मंत्री जवाद जरीफ और सेना ने भी विमान हादसे पर ‘मानवीय त्रुटि’ स्वीकार करते हुए इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने इस हादसे के लिए माफी मांगते हुए ट्वीट किया, अमेरिकी दुस्साहस’ के कारण यह आपदा हुई। हमें बहुत पछतावा है और हम अपने लोगों और इस हादसे में मारे गये लोगों के परिजनों से माफी मांगते हैं।