तेहरान। अमेरिकी ड्रोन हमले में मारे गए शीर्ष ईरानी कमांडर मेजर जनरल कासिम सुलेमानी की बेटी जैनब सुलेमानी ने सोमवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को अज्ञानता का प्रतीक और जुआरी संज्ञा से संबोधित किया और कहा कि अमेरिकी सैनिकों के परिवारों को सैनिकों की मौत के इंतजार में दिन बिताने चाहिए। जैनब ने आज अपने पिता के शोक समारोह के मौके पर यह बात कही। उसने कहा,मिस्टर ट्रम्प, जुआरी! अमेरिकी सैनिकों के परिवारों को सैनिकों की मौत के इंतजार में अपने दिन बिताने चाहिए। उसने कहा, ईरान और इराक को विभाजित करने के लिए आपके शातिर कदम से दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक संबंध बना है।
मेरे पिता दुश्मन की शक्ति और व्यवहार समझने वाले महान हस्ती थे। कासिम सुलेमानी का नाम अब यहूदी, आधिपत्य स्थापित करने वालों और तकफीरियों को (नास्तिक) हिलाता है। मेजर जनरल सुलेमानी को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए आज यहां तेहरान में लाखों लोग एकत्रित हुए। इनमें देश के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई भी शामिल थे। सुबह से ही एंगेलैब स्क्वायर के पास तेहरान यूनिवर्सिटी की तरफ लोग जुटने लगे, जहां अमेरिका और इजरायल के खिलाफ नारों के बीच अंतिम संस्कार की रस्में शुरू हुईं।
सुलेमानी को उनके गृहनगर दक्षिणी केरमन में बुधवार को सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा। ईरान ने शुक्रवार को अमेरिकी ड्रोन हमले में बगदाद में मेजर जनरल सुलेमानी (62) के मारे जाने के बाद बदला लेने का संकल्प लिया है। इस हमले में इराक के हशद अल शाबी अर्द्धसैनिक बल के उप प्रमुख भी मारे गए हैं। सुलेमानी के मारे जाने के दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने ईरान को चेतावनी दी है कि यदि उसने अपने शीर्ष सैन्य कमांडर की मौत का बदला लेने के लिए कोई जवाबी कार्रवाई की, तो उस पर अब तक का सबसे जोरदार हमला किया जाएगा।