इस्लामाबाद। अमेरिकी कार्रवाई में ईरानी इस्लॉमिक रिवोल्यूशरी गार्ड कोर के कुद्स बल के प्रमुख कासिम सुलमानी के मारे जाने के बाद अमेरिका तथा ईरान का समर्थन करने वाले देशों के बीच मतभेदों को लेकर पाकिस्तानी सीनेटर सेहर कामरान ने रविवार को कहा कि सुलेमानी की मौत शिया और सुन्नी मुस्लिमों के बीच सांप्रदायिक संघर्ष का कारण बन सकती है।
कामरान ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की मंशा चुनावी वर्ष की शुरुआत में देश में अपना जनाधार बढ़ाने के लिए हमले को एक बहादुरी के मिशन के रूप में भुनाने की है। उन्होंने कहा कि अमेरिका समर्थकों और ईरान समर्थकों की बंटी हुई प्रतिक्रिया से शिया एवं सुन्नी मुसलमानों के बीच सांप्रदायिक संघर्ष का खतरा हो सकता है और इससे स्थिति और भी बिगड़ेगी। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि दोनों पक्षों को संयम का परिचय देना होगा , हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिकी हमले पर जवाबी रूख के लिए ईरान को समय लग सकता है।