नई दिल्ली। कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से पाकिस्तान बौखलाया हुआ है। इसी कड़ी में बुधवार को पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने एक बार फिर इस मुद्दे पर वैश्रिक समुदाय कि ध्यान खिंचने की नाकाम कोशिश की। उन्होंने इस दौरान कहा कि अचानक से कभी भी युद्ध हो सकता है। उन्होंने ये भी कहा कि इस मुद्दे को द्विपक्षीय वार्ता से नहीं सुलझाया जा सकता है। उन्होंने साथ ही संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार प्रमुख मिशेल बैशलेट से कश्मीर का दौरा करने का आग्रह किया। कुरैशी ने ये बात जेनेवा में संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (UNHRC) के 42वें सत्र के इतर मीडिया को संबोधित करते हुए कही।
शाह महमूद कुरैशी ने कहा, मुझे लगता है कि पाकिस्तान और भारत, दोनों ही संघर्ष के दुष्परिणामों से परिचित हैं, लेकिन तनाव के लगातार बढ़ने से आप एक्सीडेंटल वॉर की आशंका से इनकार नहीं कर सकते हैं। अगर हालात ऐसे ही बने रहे तो कुछ भी हो सकता है। पाकिस्तानी विदेश मंत्री ने कहा कि उन्होंने मिशेल बैचलेट से कश्मीर के भारतीय व पाकिस्तानी दोनों क्षेत्रों का दौरा करने की अपील की है। वह खुद आकर हालात को देखें, ताकि दुनिया जान सके कि सच्चाई क्या है..हालात कैसे हैं।
उन्होंने कहा कि बैचलेट ने उनसे कहा कि वह यह दौरा करना चाहती हैं। हालांकि, बैचलेट के कार्यालय की तरफ से ऐसा कोई बयान नहीं जारी हुआ है। कुरैशी ने अभी भारत के साथ द्विपक्षीय बातचीत की संभावना को नकारते हुए कहा, "जैसा माहौल है और नई दिल्ली की जैसी मानसिकता है, उसमें मैं अभी द्विपक्षीय संवाद की संभावनाएं नहीं देखता।