तेहरान। ईरान ने अपने एक तेल टैंकर को कथित तौर पर अवैध तरीके से जब्त करने को लेकर तेहरान में ब्रिटेन के राजदूत को तलब किया है। ब्रिटिश रॉयल मरीन्स ने यूरोपीय संघ के प्रतिबंध का उल्लंघन कर सीरिया की ओर जा रहे जहाज को स्पेन के दक्षिण में स्थित जिब्राल्टर में जब्त करने में अधिकारियों की मदद की। स्पेन के कार्यवाहक विदेश मंत्री ने बताया कि तेल टैंकर ‘ग्रेस 1’ को अमेरिका के अनुरोध पर जब्त किया गया है। ईरान के विदेश मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने इसे ‘एक तरह की समुद्री लूट’ करार दिया।
वहीं ब्रिटेन के विदेश मंत्रालय ने हालांकि उसके आरोप को ‘बकवास’ बताया। जिब्राल्टर बंदरगाह एवं कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने ब्रिटिश नौसैनिकों की मदद से गुरुवार सुबह इस तेल टैंकर को जब्त किया। जिब्राल्टर सरकार के अनुरोध पर ब्रिटेन के 42 कमांडो के लगभग 30 नौसैनिक मदद के लिए वहां गये। ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अब्बास मौसावी ने एक टेलीविजन चैनल के साथ साक्षात्कार में बताया कि ईरान में ब्रिटेन के राजदूत रॉबर्ट मैकेयर को इस मामले में तलब किया गया है।
उन्होंने कहा कि यह ‘एक तरह की समुद्री लूट’ है और इसका कोई वैध तथा अंतरराष्ट्रीय आधार नहीं है। उन्होंने कहा कि टैंकर को तुरंत मुक्त किया जाना चाहिए ताकि वह अपनी यात्रा पूरी कर सके। मौसावी ने कहा कि इस हरकत से यह संकेत मिला है कि ब्रिटेन भी अमेरिका की तरह शत्रुतापूर्ण नीतियों का पालन कर रहा है जो ईरान को स्वीकार नहीं है। अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन ने ईरानी जहाज को जब्त किये जाने की सूचना को ‘शानदार खबर’ बताते हुए कहा कि तेल टैंकर यूरोपीय संघ के प्रतिबंधों का उल्लंघन कर सीरिया जा रहा था।
उन्होंने कहा कि अमेरिका और उसके सहयोगी देश ईरान और सीरिया की सरकार को इस अवैध सौदे से फायदा उठाने नहीं देंगे। यह साफ है कि यह कार्रवाई सीरिया के खिलाफ यूरोपीय संघ के प्रतिबंधों को लागू करने के क्रम में की गयी है न कि ईरान के खिलाफ अमेरिकी प्रतिबंधों को लागू करने के लिए।