काराकस। वेनेजुएला की एक विशेष अदालत ने नेशनल असेंबली के उपाध्यक्ष को हिरासत में लेने के आदेश जारी किए हैं। वेनेजुएला के सुप्रीम कोर्ट ऑफ जस्टिस (टीएसजे) ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। अदालत की ओर से जारी एक वक्तव्य के मुताबिक नेशनल असेंबली के उपाध्यक्ष इदगर जैमब्रानो पर राजधानी काराकस में ‘आतंकवादी गतिविधि’ में शामिल होने के आरोप हैं। जैमब्रानो को फोर्ट टियूना में सैन्य पुलिस के मुख्यालय से हिरासत में लिया गया। राष्ट्रीय संविधान सभा ने जैमब्रानो को मिलने वाली विशेष संसदीय सुविधा को रद्द कर दिया है।
गौरतलब है कि विपक्षी नेता जुआन गुआइदो ने 30 अप्रैल को काराकस के ला कारलोटा सैन्य अड्डे से एक विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व करते हुए वेनेजुएला की सेना और लोगों से सड़कों पर उतर कर मौजूदा राष्ट्रपति मादुरो को सत्ता से बेदखल करने का आव्हान किया था। जैमब्रानो पर नेशनल असेंबली के अन्य सदस्यों के साथ मिलकर इस तख्तापलट के प्रयास में शामिल होने का आरोप है।
अमेरिका के अलावा अब तक कनाडा, अर्जेंटीना, ब्राजील, चिली, कोलंबिया, कोस्टा रिका, ग्वाटेमाला, होंडुरास, पनामा, पैराग्वे और पेरू समेत 54 देशों ने विपक्ष के नेता जुआन गुआइदो को वेनेजुएला के अंतरिम राष्ट्रपति के रूप में मान्यता देने की घोषणा की है।
उल्लेखनीय है कि वेनेजुएला में हजारों लोग मौजूदा राष्ट्रपति निकोलस मादुरो के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इन विरोध प्रदर्शनों का नेतृत्व गुआइदो कर रहे हैं। जनवरी की शुरुआत में मादुरो ने राष्ट्रपति के तौर पर अपने दूसरे कार्यकाल की शपथ ली थी। हाल में संपन्न हुए चुनावों में उन पर गड़बड़ी करने के आरोप लगे थे।
मादुरो के नेतृत्व में कई वर्षों से वेनेजुएला गंभीर आर्थिक संकट का सामना कर रहा है। बढ़ती कीमतों के अलावा खाने-पीने और दवाईयों की कमी के कारण लाखों लोगों ने वेनेजुएला से पलायन भी किया है। संयुक्त राष्ट्र के आंकड़ों के मुताबिक वेनेजुएला के 27 लाख लोगों ने लैटिन अमेरिकी और कैरेबियाई देशों में शरण ली हुई है। मौजूदा राष्ट्रपति मादुरो ने गुआइदो पर अमेरिका की मदद से उन्हें सत्ता से बाहर करने के लिए साजिश रचने का आरोप लगाया है। मादुरो को चीन तथा रूस खुल कर अपना समर्थन दे रहे हैं।