कैपटाउन। हमारे देश में पैसेंजर ट्रेनों का लेट होना बड़ी समस्या है। लेकिन ऐसा नहीं है कि यह समस्या सिर्फ भारत में है, बल्कि कई अन्य देशों के लोगों को भी अपने-अपने देशों में इस समस्या से दो-चार होना पड़ता है। दक्षिण अफ्रीका में घटे एक ताजा मामले में तो जिस ट्रेन में राष्ट्रपति सफर कर रहे थे, वही ट्रेन कई घंटे की देरी से अपने गंतव्य स्थान पहुंची। सोशल मीडिया पर इसे लेकर खूब कमेंट कर रहे हैं। बता दें कि दक्षिण अफ्रीका में जल्द ही आम चुनाव होने हैं। जिसके लिए मौजूदा राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा ने सुबह के समय ट्रेन में यात्रा करने वाले लोगों के बीच चुनाव प्रचार करने की ठानी। लेकिन अफ्रीकी राष्ट्रपति का यह प्लान उन्हें ही भारी पड़ गया।
दरअसल दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रपति जिस ट्रेन में सवार हुए, वह ट्रेन अटकते-अटकाते करीब 4 घंटे में अपने गंतव्य स्थान पर पहुंची। जबकि सामान्य तौर पर इस ट्रेन को अपने गंतव्य स्थान पर पहुंचने में सिर्फ 45 मिनट का समय लगना चाहिए था। वहीं ट्रेन के इतना लेट होने की सूरत में जब लोगों को पता चला कि राष्ट्रपति रामफोसा भी इस ट्रेन में हैं, तो लोगों ने उन्हें घेरकर उनसे शिकायत करनी शुरू कर दी। जिससे रामफोसा भी थोड़े परेशान नजर आए। बहरहाल जब ट्रेन अपने गंतव्य स्थान पहुंची तो मीडिया से बात करते हुए रामफोसा ने कहा कि यह बिल्कुल भी स्वीकार नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि नेशनल रेल आॅपरेटर, पैसेंजर रेल एजेंसी आॅफ साउथ अफ्रीका को स्थिति सुधारने के लिए कार्रवाई करनी चाहिए, वरना इस पर जवाब देना होगा।
ड्राइवर को किसी ने मार दिया था पत्थर
जब ट्रेन के इतना लेट होने के कारणों की जांच की गई तो पता चला कि जिस ट्रेन में रामफोसा सवार थे, उससे पहले वाली ट्रेन के ड्राइवर को किसी ने पत्थर मार दिया, जिससे वह घायल हो गया और ट्रेन को रोकना पड़ा। इसके चलते उस रूट पर चलने वाली अन्य ट्रेनें भी लेट हो गईं। रामफोसा ने रेल इंफ्रास्ट्रक्चर पर हो रहे लगातार हमलों पर भी चिंता जतायी। वहीं इस घटना को लेकर सोशल मीडिया पर काफी चचार्एं चल रही हैं। वहीं दक्षिण अफ्रीका के विपक्षी नेताओं ने भी सोशल मीडिया पर ट्वीट कर इस घटना पर चुटकी ली।