काराकास। वेनजुएला में मुख्य गुरी पनबिजली संयंत्र में तोड़-फोड़ के मामलें में विपक्ष पार्टी के नेता जुआन गाइडो के खिलाफ जांच के आदेश दिए गए है। एटॉर्नी जनरल तारेक विलियम साब ने पत्रकारों से बातचीत में कहा,“मुख्य गुरी पनबिजली संयंत्र में तोड़-फोड़ के मामलें में उनकी भागीदारी को लेकर जांच की जा रही है।”
उन्होंने कहा कि गाइडो की ओर से 23 जनवरी को खुद को ‘अंतरिम राष्ट्रपति’ घोषित करने के बाद संवैधानिक मानदंडों का उल्लघंन करने के लिए भी वह इससे पहले जांच के दायरे में थे। गौरतलब है कि गुरुवार को पूरे देश में बिजली व्यवस्था बधित होने के केवल दो घंटे बाद गाइडो ने ट्वीट कर कहा,“ वेनेजुएला के लिए स्पष्ट है की बिजली तभी आएगी जब हड़पने की प्रवृत्ति को रोका जाएगा।”
इसके अलावा वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने कहा है कि वेनेजुएला चीन, क्यूबा, ईरान और रूस से देश के बिजली संयत्रों पर हाल में हुए हमले की जांच के लिए सहायता का अनुरोध करेगा, जिसके कारण देश के कई क्षेत्रों में बिजली व्यवस्था बाधित हो गयी थी।
साथ ही, संचार और सूचना मंत्री जोर्ज रोड्रिगेज ने मंगलवार को बताया कि देश के सभी बिजली संयत्रों का काम लगभग पूरी तरह से फिर से शुरू हो गया है। मादुरो ने अमेरिका पर वेनेजुएला के खिलाफ ऊर्जा युद्ध छेड़ने का आरोप लगाया है जबकि अमेरिका ने इस आरोप से साफ इंकार किया है।
मादुरो और गाइडो के बीच मतभेद ने गत 23 जनवरी को गंभीर मोड़ ले लिया जब सरकार विरोधी रैली में मादुरो ने खुद को ‘अंतरिम राष्ट्रपति’ घोषित कर दिया। उनकी इस घोषणा का समर्थन करने में अमेरिका जरा सा भी नहीं चूका और उनका समर्थन कर दिया। इसके बाद से वामपंथी समर्थक देशों के समर्थन से मादुरो को अपने पद पर बने रहने का भरोसा है जबकि अमेरिका समेत कई अन्य देशों के समर्थन के बूते गाइडो देश में असंवैधानिक संकट पैदा करने की कोशिश में जुटे हुए हैं।