संयुक्त राष्ट्र। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय (ओएचसीएचआर) के कहा है कि पश्चिमी अफ्रीका के लोकतांत्रिक गणराज्य कांगो (डीआर कांगो) में सामुदायिक हिंसा में पिछले एक माह के दौरान करीब 890 लोग मारे गए हैं। ओएचसीएचआर के अनुसार माई-डोंबे प्रांत के युम्बी इलाके के चार गांवों में बनुनू और बाटेंडे समुदायों के बीच संघर्ष के दौरान 16 से 18 दिसंबर 2018 के बीच 890 लोग मारे गए।
इलाके के ज्यादातर लोग पलायन कर गये हैं और 30 दिसंबर को युम्बी इलाके में होने वाला राष्ट्रपति पद का चुनाव भी हिंसा और असुरक्षा की वजह से टालना पड़ा। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त मिशेल बेशलेट ने बयान जारी करके इस ‘झकझोर देने वाली हिंसा की निंदा की है और इसकी जांच और हिंसा करने वालों को सजा दिलाने पर जोर दिया है।
ओएचसीएचआर के मुताबिक हिंसा में 82 लोग घायल भी हुए हैं और 465 मकानों को या तो जला दिया गया है या जमींदोज कर दिया गया है। इनमें दो स्कूल, दो स्वास्थ्य केंद्र, एक बाजार और स्वतंत्र चुनाव आयोग का दफ्तर भी शामिल है। इस साल जनवरी की शुरुआत में संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायोग ने बताया था कि सामुदायिक हिंसा की वजह से डीआर कांगो से 16 हजार लोग पड़ोसी कांगो गणराज्य (कांगो ब्राजाविले) पहुंचे हैं। इससे पहले 2009 में डीआर कांगो के पूर्व इक्वेटर प्रांत से 130,000 लोग कबीलों के बीच संघर्ष की वजह से शरणार्थी बने थे।