बीजिंग। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने द्विपक्षीय संबंधों को निरतंर मजबूत बनाने तथा क्षेत्रीय समृद्धि में योगदान को लेकर सहमति जतायी है। चीन के विदेश मंत्रालय की ओर से गुरुवार को जारी एक बयान में कहा गया कि दोनों देशों ने द्विपक्षीय संबंधों को निरंतर मजबूती तथा समूचे क्षेत्र में शांति, समृद्धि और स्थिरता को बनाये रखने के लिए परस्पर सहयोग सुुनिश्चित करने वास्ते सहमति व्यक्त की है। इससे पहले जोंग उन ने जिनपिंग के साथ बैठक की थी। उत्तर कोरियाई नेता चीन की चार दिन की यात्रा पर सोमवार को यहां पहुंचे थे।
ट्रंप-किम के बीच अगली बैठक के पक्ष में जिनपिंग
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन के बीच होने वाली अगली बैठक का गुरुवार को पुरजोर समर्थन किया। जिनपिंग ने किम से मुलाकात के दौरान कहा, ‘‘चीन परमाणु निरस्त्रीकरण की नीति त्यागने को लेकर, दक्षिण कोरिया के साथ संबंधों में सुधार तथा अमेरिका के साथ होने वाली बैठक को लेकर उत्तर कोरिया का समर्थन करता है।’’
किम करेंगे ट्रंप से आग्रह
किम ने बातचीत के दौरान कहा कि वह ट्रंप के साथ अगली मुलाकात एवं बैठक को लेकर समय निर्धारित करने का आग्रह करेंगे ताकि परिणाम हासिल किया जा सके। जिनपिंग ने उम्मीद जताई कि अमेरिका और उत्तर कोरिया एक-दूसरे को रियायत देंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि चीन कोरियाई प्रायद्वीप में शांति और स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए सक्रिय और रचनात्मक भूमिका निभाने के लिए तैयार है। चीनी नेता ने क्षेत्र में शांतिपूर्ण बातचीत और स्थिरता के लिए मौजूदा रुझान की भी चर्चा की। जिनपिंग ने उत्तर कोरिया द्वारा कोरियाई प्रायद्वीप के परमाणु निरस्त्रीकरण की दिशा में उठाए गए कदमों का स्वागत किया। उन्होंने कोरियाई परमाणु मुद्दे के निपटारे में प्रगति को लेकर उत्तर कोरिया और अन्य शामिल देशों के प्रयासों का भी उल्लेख किया। ट्रम्प और किम के बीच सिंगापुर में जून में पहला ऐतिहासिक शिखर सम्मेलन आयोजित किया था। वार्ता के दौरान, दोनों शीर्ष राजनेताओं ने कोरियाई प्रायद्वीप के पूर्ण परमाणु निरस्त्रीकरण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की।