सेरांग। इंडोनेशिया के मौसम, जलवायु एवं भूभौतिकी एजेंसी (बीएमकेजी) ने मंगलवार देर रात चेतावनी जारी करते हुए बताया कि वर्तमान में अनक क्राकताऊ ज्वालामुखी में झटके जारी रहने और उसके आसपास खराब मौसम बने रहने के कारण सुंदा जलडमरूमध्य में सुनामी आने का खतरा बना हुआ है। बीएमकेजी की अध्यक्ष द्विकोरिता कर्णावती ने अपने कार्यालय में संवाददाता सम्मेलन में यह चेतावनी जारी की। उन्होंने बताया कि अनक क्राकताऊ ज्वालामुखी में तीव्र ज्वालामुखी गतिविधियां, सुंदा जलडमरूमध्य में खराब मौसम और उच्च लहरें ज्वालामुखी की दीवार के गिरने का एक और कारण बन सकती है जिसके कारण एक बार फिर सुनामी आ सकती है। सुश्री कर्णावती ने आशंका जतायी कि ऐसी परिस्थितियों में 22 दिसंबर जैसी सुनामी फिर आ सकती है।
इन परिस्थितियों के आधार पर लोगों से सतर्क रहने का आग्रह किया गया है और उन्हें समुद्र तट से कम से कम 500 मीटर से एक किलोमीटर दूर रहने की हिदायत दी गर्इ है। सुश्री ने कर्णावती ने कहा कि बीएमकेजी एक मोबाइल ऐप्स लोगों को उपलब्ध करवाएगा जिससे वे अनक क्राकताउ ज्वालामुखी की गतिविधियों पर अपने मोबाइल पर नजर रख सकेंगे। बीएमकेजी इन्फोबीएमकेजी एवं एमएजीएमए इंडोनेशिया मोबाइल ऐप के अलावा सोशल मीडिया पर ज्वालामुखी से संबंधित सुनामी की आशंकाओं की ताजी जानकारियां देता रहेगा।
उन्होंने बताया कि मोबाइल एप्स सिर्फ सुंदा जलडमरूमध्य एवं अनक क्राकताउ ज्वालामुखी में आपातकालीन स्थिति की निगरानी के बारे में ही बताएगा, यह देश के किसी अन्य हिस्सों पर लागू नहीं होगा। इंडोनेशिया के राहत एवं बचाव दल ने अनक क्राकताउ ज्वालामुखी गतिविधि से सुंदा जलडमरूमध्य सुनामी से जावा के बांतेन प्रांत एवं सुमात्रा के लापंग प्रांत से अब तक 429 शवों को बरामद किया है। आपदा में 1400 अन्य घायल हुए, सैकडों घर तबाह हो गये और 16000 हजार से अधिक लोग विस्थापित हुए हैं।