नई दिल्ली। सोने के दाम में लगातार बढ़ोतरी के बावजूद देश में अप्रैल से जुलाई के दौरान सोने का आयात 15.4 फीसदी बढ़ा है। वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार अप्रैल से जुलाई 2019 के दौरान 13.16 अरब डॉलर यानी लगभग 92000 करोड़ रुपए के सोने का आयात किया गया। आपको बता दें कि 2018-19 की समान अवधि में 11.41 अलब डॉलर यानी लगभग 80000 करोड़ रुपए के सोने का आयात किया गया था। चालू खाता घाटा बढ़कर 57.2 अरब डॉलर यानी 2018-19 के सकल घरेलू उत्पाद का 2.1 फीसदी रहा जो पिछले वर्ष जीडीपी का 1.8 फीसदी था। 2017-18 में चालू खाता घाटा 48.7 अरब डॉलर रहा था।
इस वर्ष जनवरी से सोने के आयात में दहाई अंकों में बढ़ोतरी दर्ज की गई सिर्फ फरवरी ही ऐसा महीना रहा जब सोने के आयात में 11 फीसद की गिरावट दर्ज की गई। भारत सोने का सबसे बड़ा आयातक है। इससे ज्वैलरी उद्योग की मांग पूरी होती है। भारत सालाना लगभग 800-900 टन सोने का आयात करता है। कारोबारी घाटे और सीएडी पर सोने के आयात का नकारात्मक प्रभाव कम करने के लिए सरकार ने इस साल के बजट में सोने पर आयात शुल्क 10 फीसदी से बढ़ाकर 12.5 फीसदी कर दिया है। उद्योग जगत के जानकारों के अनुसार ऐसी संभावनाएं जताई जा रही हैं कि देश में सोने पर आयात शुल्क अधिक होने की वजह से इस क्षेत्र के उद्यमी, पड़ोसी मुल्कों में अपनी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट शिफ्ट कर सकते हैं। द जेम्स एंड ज्वेलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल ने सोने पर आयात शुल्क बढ़ाए जाने पर निराशा व्यक्त की थी। 2018-19 में रत्न एवं आभूषणों का निर्यात 5.32 फीसदी घटकर 30.96 अरब डॉलर रहा।