मेरठ। यूपी मेरठ निकाय चुनाव के पहले चरण के दौरान ईवीएम में गड़बड़ी का दावा किया गया है। जैसे ही यह खबर फैली लोंगो ने हंगामा शुरु कर दिया। इसको लेकर सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वहीं राजनीतिक दलों में इसे लेकर बवाल मचा हुआ है।
वीडियो में दावा किया जा रहा है जब हाथी के निशान के सामने वाला बटन दबाया गया तो लाइट कमल के निशान के आगे जली। मामला सामने आने के बाद चुनाव आयोग का पक्ष आया है। यूपी चुनाव आयोग ने माना है कि ईवीएम में गड़बड़ी थी, लेकिन वोट बीजेपी को नहीं गया। आयोग ने कहा है कि कुछ शरारती तत्वों के द्वारा ऐसा किया गया। इस मामले में कोई सच्चाई नहीं है।
पीठासीन अधिकारी ने क्या कहा-
पीठासीन अधिकारी से जब लोगों ने शिकायत की, तब इसकी पीठासीन अधिकारी ने खुद जाकर चेक किया। पीठासीन अधिकारी शिवराम ने कहा, बटन कोई भी दबाया, लेकिन वोट कमल पर ही गया। हालांकि गड़बड़ी सामने आने के बाद मशीनों को तत्काल बदला गया।
शिवसेना ने उठाए सवाल
वीडियो के वायरल होने के बाद शिवसेना ने योगी सरकार और भाजपा की मंशा सवाल उठाए हैं। शिवसेना के मुखपत्र सामना में लिखा है कि निकाय चुनाव में कई जगहों पर कोई भी बटन दबाने पर वोट बीजेपी को ही गया।
सामना में योगी पर निशाना साधते हुए कहा गया है, जब योगी वोटिंग कर बाहर आते है तब ऐसा दावा करते है जैसे भगवान आशीर्वाद लेकर लौटे हों और जनता को दावे के साथ कहते है, जितेगी तो भाजपा ही।
निष्पक्ष जांच की मांग
वहीं इस मामले पर कांग्रेस ने कहा है, ईवीएम में गड़बड़ी के आरोप बीजेपी पर ही क्यों लगते हैं?, क्यों शिकायत में ये आता है कि बटन दबाने पर वोट बीजेपी को ही जाता है? क्या इस बार भी आरोपों पर बीजेपी चुप्पी साधे रहेगी? कांग्रेस ने निष्पक्ष जांच की मांग की है।
क्या है मामला?
दरअसल ये पूरा मामला मेरठ जिले का है। मेरठ के नगर निगम के चुनाव में एक वोटर ने दावा किया था, बटन किसी का भी दबाओ वोट बीजेपी को जा रहा है। वायरल वीडियो के मुताबिक, हाथी के निशान के आगे बटन दबाने पर दो जगह लाइट जलती है। एक कमल के निशान के आगे और दूसरी नोटा के आगे।
वोटर तस्लीम ने एक न्यूज चैनल को बताया, जब मैंने हाथी के निशान के सामने वाला बटन दबाया तो लाइट कमल के निशान के आगे जली।
पहले भी लगे थे छेड़खानी आरोप
आपको बता दें कि इसी साल यूपी में विधानसभा चुनाव में बीजेपी की प्रचंड जीत के बाद ईवीएम मशीनों की विश्वसनीयता पर सवाल उठे थे। बसपा सुप्रीमो मायावती, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और कांग्रेस ने आरोप लगाए थे कि ईवीएम के साथ छेड़खानी की गई। छेड़खानी ऐसी कि बटन कोई भी दबाओ लेकिन वोट भाजपा को जाता है।