वाराणसी। केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने मंगलवार को यहां कहा कि गंगा की निर्मलता एवं अविरतला से जुड़ी तमाम परियोजनाओं पर तेजी से काम चल रहे हैं, जिससे आने वाले वर्षों में इसके पानी को आचमन लायक बनाने का सरकार का संकल्प निश्चित तौर पर पूरा होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में ‘नमामि गंगे’ परियोजनाओं का स्थलीय निरीक्षण एवं अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक के बाद संवाददाताओं से शेखावत ने कहा कि गंगा की निर्मालता एवं अविरलता से संबंधित कई परियोजनाएं पूरी हो चुकीं जबकि कईयों पर तेजी से काम चल रहे हैं।
उत्तराखंड और झारखंड मं सभी परियोजनाएं इस वर्ष के अंत तक पूरे जो जाएंगे। उन्होंने उत्तर प्रदेश के वाराणसी के दीनापुर, रमना सीवरेज ट्रिटमेंट प्लांट (एसटीपी) और गंगा घाटों का स्थलीय निरीक्षण के बाद अधिकारियों को तय समय सीमा में गुणवत्ता के साथ परियोजनाओं को पूरा करने का निर्देश दिया। केद्रीय मंत्री ने दीनापुर एसटीपी की जानकारी देते हुए बताया कि यह प्लांट अपनी पूरी क्षमता से काम कर रहा है। उससे 20 नारे जोड़े जा चुके हैं, जिसका गंदा पानी साफ होकर गंगा की सहायक नदी वरुणा में छोड़ा जा रहा है। बाकी तीन नाले इस वर्ष के अंत तक रमना स्थित एसटीएपी से जोड़ दिये जाएंगे। इसके बाद वाराणसी के नालों का गंदा पानी गंगा में नहीं गिरेगा।
शेखावत ने कहा कि दीनापुर का 140 एमलडी का एसटीपी को विश्व की बेहतरीन तकनीक के आधार पर पर्यावरण अनुकूल बनाया गया है। जहां नालों के पानी की सफाई के साथ ही इसके अवशिष्ट पदार्थों से बिजली उत्पादन के उपाये किये जा रहे हैं और इस माह के अंत तक यहां की जरूरत की 2850 किलोवाट बिजली का उत्पादन शुरु कर दिया जाएगा। इस प्रकार यह परियोजना आर्थिक बचत के साथ ही पर्यावरण की रक्षा करने का बेहतरीन उदाहरण होगा। उन्होंने कहा कि वाराणसी के 26 गंगा घाटों को बेहतरीन बनाने की परियोजनाएं सरकार की प्राथमिकताओं के अनुसार चल रही हैं। कई घाटों पर कार्य पूरे कर लिये गए हैं जबिक कईयों पर तेज गति से काम चल रहे हैं। उन्होंने घाट की परियोजनाओं में देरी होने पर कहा कि पानी अधिक होने के कारण कई घाटों पर काम करने में बाधा आयी है लेकिन जल स्तर कम होने के साथ ही वहां काम तेजी से चल रहे हैं।