लखनऊ। उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने देवर्षि नारद की जयन्ती के अवसर पर प्रदेश के पत्रकारों का अभिनन्दन करते हुए उन्हें बधाई दी है। राज्यपाल नाईक ने रविवार को यहां अपने बधाई सन्देश में कहा है कि देवर्षि नारद को प्रथम पत्रकार माना जाता है। वे अनेक कलाओं में निपुण थे और लोक-कल्याण के लिये सदैव विचरण किया करते थे। वस्तुत: नारद जी आदर्श पत्रकारिता के संवाहक थे। उन्होंने ‘नारद-पुराण’ ग्रंथ की रचना की, जिसमें 25 हजार श्लोक हैं।
अपने लोक- कल्याणकारी कार्यों के कारण देवर्षि नारद आज भी पत्रकारों के प्रेरणा स्रोत माने जाते हैं। नाईक ने कहा कि भारतीय जनतंत्र में कार्यपालिका, न्यायपालिका तथा विधायिका के साथ ही चतुर्थ स्तम्भ पत्रकारिता का भी बहुत महत्व है। देश में पत्रकारिता ने स्वाधीनता संग्राम से लेकर समाज के उत्थान तक में अपनी विशिष्ट भूमिका निभाई है। पत्रकार समाज का प्रबोधन करते हैं। भारतीय संविधान में अभिव्यक्ति की पूरी स्वतंत्रता है। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता की विशेषता है कि अच्छाई एवं बुराई दोनों ही समाज के सामने प्रस्तुत करती हैं।