लखनऊ। उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने जहरखुरानी गिरोह के एक सदस्य को गिरफ्तार कर उसके पास से पुलिसकर्मी से लूटी गई कारबाईन बरामद कर ली। एसटीएफ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह ने यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जहरखुरानी गिरोह ने तीन अप्रैल को गोरखपुर के गगहा थाना क्षेत्र से पूर्व कैबिनेट मंत्री अम्बिका चौधरी के गनर आरक्षी दुर्गेश यादव को शीतलपेय में नशीला पदार्थ पिलाकर उसे बेहोश कर और उसकी कारर्बाइ ने लूट ली थी। उन्होंने बताया सटीम सूचना मिलने पर एसटीएफ ने गोरखपुर कैण्ट इलाके से जहरखुरानी गिरोह के एक सदस्य दिनेश निषाद निवासी बनकपुरा अहरौला आजमगढ़ को गिरफ्तार कर उसके पास से आरक्षी से लूटी गई सरकारी कारर्बाइ,एक मैगजीन, 10 कारतूस ,160 नशीली गोली, डिब्बा बन्द जूस,कुछ पेपर गिलास,नकली जेवरात ,एक कार और नगदी आदि बरामद की गई।
उन्होंने बताया कि एसटीएफ की टीम को सूचना मिली कि पुलिसकर्मी की कार्रवाइन लुटने वाला जहरखुरान अंकित निषाद और दिनेश निषाद रेलवे बस स्टेशन से कार्मल स्कूल रोड पर कार लगाकर खड़े है। शीघ्रता किया जाये तो पकडे जा सकते है। इस सूचना पर निरीक्षक सत्य प्रकाश सिंह, के नेतत्व में एसटीएफ की गोरखपुर फील्ड इकाई की टीम ने बताये गये स्थान पर घेरा बंदकर आरोपी दिनेश निषाद को गिरफ्तार लिया । उसकी कार से लूटी गई कार्रवाइन और अन्य सामान बरामद किया गया। सिंह ने बताया कि पूछताछ इस जहर खुरान ने बताया कि उनका एक संगठित गिरोह है जो जहरखुरानी कर बसों औेर ट्रेनों पर लूटपाट की घटनाओं को अंजाम देता है। गिरोह के सदस्य आजमगढ के अहरौला इलाके शम्भूपुर, डाही, मुखलिसपुर, बसही, बनकपुरा आदि गॉव में निवास करते हैं।
गिरोह का सरदार अंकित का पिता हनुमान प्ररसाद निषाद है और वह अंकित द्वारा आजमगढ, अम्बेडकरनगर, मऊ, जौनपुर, बलिया, सुल्तानपुर,फैजाबाद, बस्ती, संतकबीरनगर, गोरखपुर आदि जिलों में जहरखुरानी का एक संगठित गिरोह संचालित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि गाड़ी आदि साधन मुहैया कराने का कार्य तीरथ निषाद करता है। उन्होंने बताया कि जहरखुरान गिरोह के सदस्य रेलवे स्टेशन एवं बस स्टेशन को चिन्हित कर फैल जाते हैं और यात्रियों से मेल-जोल कर अपनी कार में बैठाकर जूस, शीतलपेय एवं चाय आदि में नशीली गोली डालकर पिला देते हैं और नशा होने पर उसे किसी एकांत स्थान पर कार से उतार कर उनका सामान लूट कर भाग जाते है। गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश की जा रही है। आरोपी को जेल भेजा जा रहा है।