लखनऊ। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी सरकार के दो वर्षों में ही विकास अवरूद्ध हो गया है और उपलब्धियों के जो दावे किए जा रहे हैं वे फर्जी आंकड़े हैं,जनता भलीभांति जानती है। राजनीति-अखिलेश भाजपा दो अंतिम लखनऊ राजनीति-अखिलेश भाजपा दो अंतिम लखनऊ यादव ने कहा कि भाजपा के शासन में बेरोजगारी बढ़ी है। शिक्षामित्र आंदोलन कर रहे हैं, उर्दू शिक्षकों की भर्ती रद्द हैं। भाजपा ने छात्रों को मुफ्त लैपटॉप देने का वादा किया था लेकिन सरकार ने अब तक बजट में धन ही आवंटित नहीं किया। प्रदेश में 10 विश्वस्तरीय विश्वविद्यालयों की स्थापना अधूरी है। अयोध्या में संस्कृत महाविद्यालय की घोषणा भी हवाई साबित हुई।
उन्होंने कहा कि मौजूदा भाजपा सरकार ने प्रदेश के 86 लाख किसानों का 36 हजार करोड़ का ऋण माफ करने का वादा किया था। इनमें अधिकांश को पांच रूपया, 10 रूपया तक का ऋण माफ हुआ। किसानों की आय दुगनी करने का वादा कोरा वादा है। आवारा पशुओं से किसान परेशान है। किसानों को आलू, प्याज लहसुन, मक्का का न्यूनतम समर्थन मूल्य भी नहीं मिल पाया। किसान को सस्ती बिजली की जगह उसकी दरें बढ़ गई हैं। एक यूनिट बिजली भी राज्य में उत्पादित नहीं हुई। गन्ना किसान अभी तक अपने बकाये के इंतजार में कर्जदार हैं और आत्महत्या कर रहे हैं। यादव ने कहा कि समाजवादी सरकार ने गरीब महिलाओं को पेंशन सुविधा दी थी,भाजपा सरकार ने उसे भी रोक दिया ।
गोरखपुर में जापानी बुखार के इलाज के लिए समाजवादी सरकार ने एम्स के लिए मुफ्त जमीन दी थी, वह अब तक नहीं बन पाया। गोरखपुर में ही आक्सीजन की कमी से तीन दिनों में 60 से ज्यादा बच्चों की मौत हो गई थी। उन्होंने कहा कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का काम अभी शुरू नहीं हो पाया। मेट्रो लखनऊ में ही चली अन्य जिलों में इसके चलने की कोई गुंजाइश नहीं। इन्वेस्टर्स समिट में जिस पूंजी निवेश का वादा था वह कहीं हकीकत में सामने नहीं आ रहा है। सड़कों को गड्ढा मुक्त अब तक नहीं किया जा सका है। जनता उसके झूठ, फरेब और मुद्दों से भटकाने की चालबाजी से ऊब चुकी है। लोक सभा चुनाव में जनता भाजपा को सबक सिखायेगी।