नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एग्जिट पोल के नतीजों को नकारते हुए रविवार को कहा कि वह एग्जिट पोल की लफ्फाजी पर विश्वास नहीं करतीं, बेहतर होगा कि सही तस्वीर के लिए 23 मई का इंतजार किया जाये। बनर्जी ने सभी विपक्षी दलों से एकजुट रहने की अपील की और कहा कि मिलकर यह लड़ाई लड़ी जायेगी। बनर्जी ने विभिन्न टेलीविजन चैनलों पर दिखाये जा रहे एग्जिट पोल के दावे को नकारते हुए नतीजों ,जिनमें सत्रहवीं लोकसभा में भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की फिर केन्द्र में सरकार बनने का दावा किया गया है। उन्होंने ट्वीट किया ,‘‘ मैं एक्टिज पोल जैसी गपशप में विश्वास नहीं करती। एग्जिट पोल लफ्फाजी के माध्यम से हजारों ईवीएम के नतीजों को हेरफेर करके पेश करने का प्रयास है।’’ उन्होंने कहा कि एग्जिट पोल में नतीजों को तोड़मरोड़ कर दिखाया गया है।
उन्होंने सभी विपक्षी दलों से एकजुट रहने का आव्हन किया। उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा,‘‘ मैं सभी विपक्षी दलों से एकजुट, मजबूत और निडर बने रहने की अपील करती हूं। हम यह लड़ाई मिलकर लड़ेंगे। ’’ इस बीच तृणमूल कांग्रेस के सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि दिल्ली की मीडिया ने राष्ट्रीय मीडिया होने का स्वांग रचा है। वे अपनी विश्वसनीयता खो चुके हैं। एग्जिट पोल केवल भ्रमित करेगा, इससे अच्छा नतीजों का इंतजार किया जाये।’’ जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने एग्जिट पोल के नतीजों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सभी एग्जिट पोल गलत नहीं हो सकते लेकिन बेहतर होगा कि वास्तविक स्थिति के लिए 23 मई का इंतजार किया जाये। अब्दुल्ला ने कहा कि बेहतर होगा कि टीवी चैनलों को स्विच ऑफ कर दिया जाये और एग्जिट पोल के नतीजों को सोशल मीडिया पर साझा नहीं किया जाये। उन्होंने ट्वीट किया,‘‘ सभी एग्जिट पोल गलत नहीं हो सकते। यह समय है, टीवी चैनलों को बंद करके और सोशल मीडिया से दूर रह कर नतीजों का इंतजार करने का।’’