महराजगंज। भारतीय जनता पार्टी पर जाति धर्म के नाम पर समाज को बांटने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने गुरुवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार मजबूत नहीं बल्कि मगरुर सरकार है। गणेश शंकर विद्यार्थी स्माकर इंटर कालेज परिसर में पार्टी प्रत्याशी सुप्रिया श्रीनेत के पक्ष में जनसभा को संबोधित करते हुए वाड्रा ने कहा कि पश्चिम बंगाल में अराजकता फैलाकर महापुरूषों की मूर्तियां तोड़ी गई। जनता डरी हुई है। अराजकता से शक्ति नहीं बढ़ती है। असल शक्ति जनता को मजबूत करने से होती है। जब जनता शक्तिशाली होगी तो ही देश मजबूत बनेगा। उन्होंने कहा कि धर्म के नाम पर जाति के नाम आखिर भाजपा कब लोगों को गुमराह करेगी।
चुनाव आयोग को कमजोर कर लोकतंत्र को कमजोर करने की कोशिश की जा रही है। कांग्रेस महासचिव ने कहा कि देश में एक ऐसी सरकार है, जो हमारी लोकतांत्रिक संस्थाओं को लगातार कमजोर करती जा रही है। 56 इंच का सीना ताने रहने वाले प्रधानमंत्री देश के किसानों मजदूरों और नौजवानों को अपने पांच साल के विकास कार्यों का हिसाब नहीं दे पा रहे हैं। उन्होंने कहा .मंच से किसानों के लिए बड़ी बड़ी बात कहने वाले मोदी दिल्ली पहुंचने पर किसानों से मिलने तक नहीं आए और बिरयानी खाने पाकिस्तान जरुर पहुंच गए। वो कहते हैं कि भाजपा सरकार मजबूत है, लेकिन मैं कहती हूं कि मोदी सरकार कमजोर और मगरुर हैं।" वाड्रा ने कहा कि यह पुलवामा के शहीद पंकज त्रिपाठी की धरती है। यहां भाजपा की झूठ फरेब और नफरत की राजनीति नहीं चलेगी। भाजपा की योजनाएं, दावे सभी खोखले हैं। किसानों को उनके फसल का दाम नहीं मिला।
नौजवानों को हर साल दो करोड नौकरी का वादा करने वालों ने पांच साल में पांच करोड लोगों की नौकरी छीन ली।किसान बीमा के दस हजार करोड प्रधानमंत्री ने देश के उद्येगपतियों की जेब में डाल दी लेकिन यूपी के गन्ना किसानों का बकाया दस हजार करोड़ नहीं दिया। नोटबंदी और जीएसटी के चलते देश के हजारो छोटे उद्योग धंधे बंद होने से पांच लाख लोगों की रोजी रोटी छिन गई। शहर से निराश हो जब लोग गांव लौटे तो यहां मनरेगा में भी रोजगार नहीं मिला। उन्होंने कहा कि प्रचार मंत्री बने प्रधानमंत्री देशभर में जाति धर्म और मजहब के नाम पर लोगों को गुमराह कर रहे हैं। कांग्रेस देश में एक ऐसी सरकार बनाना चाहती है जो सबके साथ न्याय करे। जिसका आधार सच्चाई और न्याय हो, जो लोगों को आपस में लडाने के बजाय उन्हें तरक्की के रास्ते पर आगेले जाये।