त्रिशूर। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राष्ट्रीय सचिव डी. राजा ने शुक्रवार को कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव देश और भविष्य के लिए काफी महत्वपूर्ण हैं क्योंकि नरेन्द्र मोदी की अगुवाई वाली भारतीय जनता पार्टी के पिछले पांच वर्ष के शासन काल वाकई में घोर कुशासन का था। राजा ने यहां ‘‘भारतीय संसद के 67 वर्ष’’ संगोष्ठी में शिकरत करते हुए कहा कि जबसे मोदी देश के प्रधानमंत्री बने हैं तब से वह देश के लोकतांत्रिक और धर्मनिरपेक्ष ढांचे के महत्व को कमतर करने के व्यवस्थित प्रयास कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि भीड़ द्वारा पीट-पीट कर हत्याएं किए जाने (मॉब लीचिंग) और आदिवासियों तथा अल्पसंखयकों पर हमले की वजह से धर्मनिरपेक्षता के सामने खतरा पैदा हो गया है। उन्होंने कहा कि सभी सार्वजनिक उपक्रमों के विनिवेश, रुपए की लगातार गिरती दर, योजना आयोग को भंग किया जाना और उसके स्थान पर नीति आयोग का गठन करने जैसे कदमों से अर्थव्यवस्था पंगु हो गयी है।
राजा ने इस बात पर आश्चर्य व्यक्त किया कि हर वर्ष दो करोड़ लोगों को रोजगार देने और विदेशों में जमा काले धन को स्वदेश लाने के वादों का क्या हुआ। राजा ने कहा कि पिछले पांच वर्षों का भाजपा का शासन कुशासन रहा है पिछले चुनावों के दौरान जो नारे लगाए गए थे वे सिर्फ जनता को भ्रमित करने के लिए थे। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के वायनाड से चुनाव लड़ने के सवाल पर उन्होंने कहा,‘‘कांग्रेस में राजनीतिक तार्किकता की कमी है और वायनाड से वह चुनाव क्यों लड़ रहे हैं, इस बात का स्पष्टीकरण कांग्रेस को ही देना है।
राजनीति और विचारधारा क्या होती है, यही कांगेस पूरे देश को समझाना चाहती है? क्या कांग्रेस भाकपा के खिलाफ लड़ना चाह रही है। भाकपा महासचिव ने कहा,‘‘ निश्चित रूप से भविष्य में इसका देश की राजनीति पर दूरगामी असर पड़ेगा और कांग्रेस को इसके बारे में सोचना चाहिए था। जहां तक वाम दलों और भाकपा का सवाल है तो पहला मकसद भाजपा और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को हराना होना चाहिए ताकि देश के संविधान, लोकतंत्र और राष्ट्र को बचाया जा सके।’’