मुंबई। विक्रम संवत 2075 निवेशकों के लिए बेहतर रहा क्योंकि इस वर्ष में घरेलू एवं वैश्विक कारकों से शेयर बाजार में निवेशकों को अपने निवेश पर करीब करीब 11 फीसदी का रिटर्न मिला है। विक्रम संवत 2075 में बीएसई का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 10.85 प्रतिशत अर्थात 3820.38 अंक और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 9.30 प्रतिशत अर्थात 985.50 अंक बढ़ा। हालांकि इस दौरान छोटी और मझौली कंपनियों ने निवेशकों को निराश किया और लगातार दूसरे वर्ष बीएसई का मिडकैप और स्मॉलकैप गिरावट में रहा। सेंसेक्स में 10.84 प्रतिशत की बढोतरी को निवेशकों के लिए बेहतर कहा जा सकता है लेकिन यह बढोतरी कुछ चुनिंदा समूहों के बल पर दर्ज की गयी है।
सेंसेक्स में शामिल 10 प्रमुख कंपनियों के बाजार पूंजीकरण में विक्र मसंवत 2075 में 9.06 लाख करोड़ रुपये की बढोतरी हुयी है जबकि बीएसई में शामिल 2455 अन्य कंपनियों के बाजार पूंजीकरण में 1.83 लाख करोड़ रुपये की गिरावट रही। सेंसेक्स में शामिल 30 कंपनियों में से मात्र 12 कंपनियां ही 10 फीसदी से अधिक रिटर्न देने में सफल रही है। व्रिम संवत 2074 में सेंसेक्स ने 8.79 प्रतिशत का रिटर्न दिया था। पिछले 10 वर्षों में विक्रम संवत 2075 ऐसा चौथा वर्ष है जब निवेशकों को दो अंकों में रिटर्न मिला है। बीएसई के मिडकैप में इस सवंत में 4.78 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गयी जबकि इससे पिछले संवत वर्ष में इसमें 7.65 प्रतिशत की गिरावट रही थी। बीएसई का स्मॉलकैप 11.47 प्रतिशत के नुकसान में रहा जबकि विक्रम संवत 2074 में यह 14.6 प्रतिशत के घोट में रहा था।