मुंबई। वैश्विक स्तर से मिले सकारात्मक संकेतों के साथ ही घरेलू स्तर सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र की कंपनी इंफोसिस में हुयी जबरदस्त लिवाली के बल पर शेयर बाजार बढ़त बनाने में सफल रहा। इस दौरान सेंसेक्स 160 अंक और निफ्टी 36 अंक बढ़ गया। बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 160.48 अंक की बढ़त लेकर 38896.71 अंक पर और नेशनल स्टॉम एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 35.85 अंक चढ़कर 11588.35 अंक पर रहा। इंफोसिस के बल पर सेंसेक्स जहां बढ़त में रहा वहीं मझौली और छोटी कंपनियों पर बिकवाली का दबाव दिखा जिससे बीएसई का मिडकैप 0.61 प्रतिशत उतरकर 14465.79 अंक पर और स्मॉलकैप 0.63 प्रतिशत गिरकर 13689.10 अंक पर रहा। बेहतर तिमाही परिणाम और आगे राजस्व में बढोतरी होने के अनुमान के बल पर इंफोसिस में जबदरस्त लिवाली हुयी।
सेंसेक्स में इंफोसिस बढ़त में रहने वाली सबसे बड़ी कंपनी रही और इसमें 7.20 प्रतिशत की बढोतरी दर्ज की गयी जो चार वर्ष की सबसे बड़ी बढ़त है। इसके बल पर शेयर बाजार में दिग्गज कंपनियों के सूचकांक में तेजी रही। बीएसई के 20 समूहों में से 14 गिरावट में रहा जबकि छह में तेजी रही जिससे आईटी में सबसे अधिक 3.53 प्रतिशत और टेक 2.96 प्रतिशत शामिल है। बीएसई में कुल 2633 कंपनियों में कारोबार हुआ जिसमें से 1590 गिरावट में रहे जबकि 881 बढ़त में रहे और 162 में कोई बदलाव नहीं हुआ। वैश्विक स्तर पर बढ़त में रहने वालों में ब्रिटेन का एफटीएसई 0.16 प्रतिशत, जर्मनी का डैक्स 0.16 प्रतिशत, जापान का निक्की 0.20 प्रतिशत, हांगकांग का हैंगसेंग 0.29 प्रतिशत और चीन का शंघाई कंपोजिट 0.40 प्रतिशत शामिल है। दक्षिण कोरिया का कोस्पी 0.20 प्रतिशत उतर गया।