नई दिल्ली। चालू वित्त वर्ष के पहले दो महीने में देश का राजस्व घाटा 3.66 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया जो पूरे वित्त वर्ष के लिए निर्धारित बजट अनुमान का 52 प्रतिशत है। सरकार द्वारा शुक्रवार को जारी राजस्व आंकड़ों के अनुसार चालू वित्त वर्ष के अप्रैल और मई महीने में शुद्ध कर राजस्व संग्रह 115340 करोड़ रुपये रहा है जबकि इस दौरान व्यय 512987 करोड़ रुपये रहा है। चालू वित्त वर्ष में सरकार ने राजस्व घाटा का लक्ष्य 3.4 प्रतिशत रखा जो पिछले वित्त वर्ष के समान है। अप्रैल मई के दौरान सरकार का कुल व्यय 512987 करोड़ रुपये रहा जो चालू वित्त वर्ष के बजट अनुमान का 18.42 प्रतिशत है। इस राशि में से 465284 करोड़ रुपये राजस्व खाते से और 47703 करोड़ रुपये पूंजी खाते का है। कुल राजस्व व्यय में से 74804 करोड़ रुपये ब्याज भुगतान में गया है और 115059 करोड़ रुपये सब्सिडी के रूप में दिया गया है।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार मई 2019 तक कुल राजस्व प्राप्तियां 146830 करोड़ रुपये रहा है जो चालू वित्त वर्ष में राजस्व संग्रह के बजट अनुमान का 7.06 प्रतिशत है। इस राजस्व में 115340 करोड़ रुपये शुद्ध कर राजस्व संग्रह, 28423 करोड़ रुपये गैर कर राजस्व, 3067 करोड़ रुपये गैर ऋण पूंजी प्राप्तियां शामिल है। गैर ऋण पूंजी प्राप्तियों में 712 करोड़ रुपये ऋण वसूली से और 2355 करोड़ रुपये विनिवेश से मिला है। इस दो महीने में केन्द्रीय कर राजस्व में राज्यों की हिस्सेदारी के तौर पर 99087 करोड़ रुपये का हस्तांतरण किया गया है जो पिछले वित्त वर्ष के समान अवधि में हस्तातंरित राशि की तुलना में 12491 करोड़ रुपये कम है।