नई दिल्ली। सेना प्रमुख जनरल रावत ने आज कहा कि जम्मू कश्मीर में सेना के काम में किसी तरह का राजनीतिक हस्तक्षेप नहीं होता और राज्य में राज्यपाल शासन लागू होने के बाद भी सैन्य आॅपरेशन पहले की तरह चलाये जाते रहेंगे। जनरल रावत ने कर्तव्य की वेदी पर अक्षम हुए सैनिकों के कल्याण के संबंध में यहां आयोजित एक कार्यक्रम से इतर संवाददाताओं के सवालों के जवाब में कहा कि कश्मीर में सेना के आॅपरेशन अभी भी चल रहे हैं। रमजान के दौरान एक महीने के लिए अभियानों को रोका गया था जिससे कि लोग अच्छे माहौल में पर्व मना सकें। लेकिन इस अवधि में आतंकवादी अपनी हरकतों को अंजाम देते रहे।
इसे देखते हुए अभियानों पर रोक के निर्णय की अवधि नहीं बढाई गई और सेना के ऑपरेशन पहले की तरह चलते रहेंगे। यह पूछे जाने पर कि अब राज्य में राज्यपाल शासन लागू हो गया है तो क्या सेना पर इसका कोई असर होगा उन्होंने कहा कि सेना बडे सख्त नियमों और व्यवस्था के तहत काम करती है।
उन्होंने कहा " राज्य में राजनीतिक फेरबदल के कारण सेना के काम में कोई बदलाव नहीं आता। हमारे काम में किसी तरह का राजनीतिक हस्तक्षेप नहीं होता। सेना के नियम काफी कड़े होते हैं और वह उसी के अनुसार काम करती है। उल्लेखनीय है कि भारतीय जनता पार्टी के मंगलवार को पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के साथ गठबंधन सरकार से अलग होने के बाद जम्मू कश्मीर में राज्यपाल शासन लगा दिया गया है। दोनों दल राज्य में पिछले तीन साल से भी अधिक समय से गठबंधन सरकार चला रहे थे।