शाहजहांपुर। उत्तर प्रदेश में शाहजहांपुर के खुदागंज क्षेत्र में शरारती तत्वों द्वारा प्राचीन मन्दिर के दरवाजों में आग लगाने से एक बारगी तनाव पैदा हो गया। पुलिस के अनुसार जलालपुर से कुछ दुरी पर स्थित बाग में प्राचीन राम जानकी मन्दिर है, जिसकी देखभाल और पूजा पाठ गांव के ही पुजारी ओम प्रकाश करते हैं। गत रात मन्दिर बन्द करने के बाद पुजारी अपने घर चले गए और सुबह लगभग चार बजे शरारती तत्वों ने माहौल बिगड़ने की नियत से मन्दिर के दरवाजो के पास कूड़ा-करकट इकट्ठा कर आग लगा दी। आग से मन्दिर का दरवाजा जल गया। सुबह मन्दिर खोलने पहुँचे पुजारी ओम प्रकाश ने दरवाजों को जला हुआ देखा और उसने इसकी जानकारी प्रबन्धक को दी। यह खबर फैलते ही मौके पर आक्रोशित ग्रामीणों की भीड़ इकट्ठा हो गई और क्षेत्र में तनाव पैदा हो गया।
घटना की सूचना पर थानाध्यक्ष हरेन्द्र सिंह,सीओ तिलहर मंगल सिंह रावत, एसडीएम तिलहर सत्यप्रिय पुलिस फोर्स के साथ गांव पहुँचे और स्थिति को सभालते हुये शरारती तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का अश्वासन दिया तब जागर ग्रामीणों का गुस्सा शांत हुआ। उप जिलाधिकारी सत्यप्रिय ने बताया कि ग्रामीणों ने आग लगाते हुये किसी को नहीं देखा है। मामले की गम्भीरता को देखते हुए गांव में पुलिस फोर्स तैनात करने और जले दरवाजे को बदल कर उनकी जगह पर लोहे के दरवाजे लगाने के आदेश दिए गये हैं। थानाध्यक्ष सिंह ने बताया की असमाजिक तत्वों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर पुलिस मामले की जाँच कर रही है। प्रधानपति भारत सिंह का आरोप है कि दो महीने पहले भी चोरों ने मन्दिर से काफी सामान चुरा लिया था, लेकिन आज तक उसका कुछ पता नहीं चला। इसके अलावा बाग में जुआरी ने जुआ का अड्डा भी बना रखा है, जहां दिन रात जुआ होता है। मना करने पर जुआरी लड़ने पर आमादा हो जाते हैं। इस कारण रात में उस तरफ कोई नहीं जाता। इसी का फायदा उठाकर शरारती तत्वों ने मन्दिर के दरवाजों में आग लगा दी।