अम्बाला। हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने तथा अब नागरिकता संशोधन विधेयक को लेकर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की आपत्ति को लेकर उन्हें अपने गिरेबान में झांकने की सलाह दी है और साथ ही सवाल किया है कि उनके देश में हिंदू लड़कियों के साथ ज्यादतियां और गैर मुस्लिमों का जबरन धर्म परिवर्तन क्या मानवाधिकारों के खिलाफ नहीं है? श्री विज ने की यह प्रतिक्रिया श्री खान के उस ट्वीट पर आई है जिसमें उन्होंने नागरिकता संशोधन विधेयक को मानवाधिकारों और दोनों देशों के बीच हुए द्विपक्षीय समझौते के खिलाफ बताया है। उन्होंने कहा कि श्री खान भी कांग्रेस की ही भाषा बोलते हैं।
उन्होंने तंज कसते हुये कहा कि लगता है कि श्री खान, राहुल गाँधी और समूचे विपक्ष का बयान लिखने वाला एक ही व्यक्ति है और ये तीनों की एक जैसी ही भाषा बोलते हैं। गृह मंत्री ने कहा कि अगर भारत अन्य देशों में प्रताड़ित लोगों को शरण दे रहा है तो इसमे इमरान खान को क्या दिक्क्त है। उन्होंने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री से सवाल किया कि भारत के विभाजन के बाद पाकिस्तान में मंदिरों और अल्पसंख्यकों की संख्या कम कैसे हो गई। हरियाणा में ‘पानीपत‘ फिल्म को लेकर हुये विवाद पर उन्होंने कहा कि जाट समुदाय फिल्म पर रोक की मांग कर रहा है। सरकारी पूरी स्थिति पर नजर रखे हुये है तथा सही समय पर उचित कदम उठाएगी।