गोरखपुर। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल एवं कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने छात्रों का आ’’ान किया कि वह सामाजिक उपयोगिता वाले विषयों पर गुणात्मक शोध कार्य करें। श्रीमती पटेल बुधवार को यहां दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के 38वें दीक्षांत समारोह में विश्वविद्यालय एवं इससे सम्बंद्ध महाविद्यालय के 136 छात्र-छात्राओं को गोल्ड मेड़ल देने के बाद कहा कि विश्वविद्यालयों में शोध कार्यों की गुणवत्ता को निरन्तर सुधारना होगा । शोध के विषयों को आमजन के विषयों में जोडना होगा ताकि शिक्षा की उपयोगिता मानवहित के लिए उपयोग में लायी जा सके।
उन्होंने कहा कि आज भारत का उच्च शिक्षा तंत्र अमेरिका और चीन के बाद विश्व का तीसरा सबसे बडा उच्च शिक्षा तंत्र है। उन्होंने कहा कि दुनिया यहां के विश्वविद्यालयों में हो रहे शोध कार्यों पर आंख लगाये हुए है इसलिए शोध छात्रों और उनको गाइड करने वाले शिक्षकों को भी अधिक जिम्मेदारी निभानी है। कुलाधिपति ने कहा कि पिछले 10 वर्षों से 80 प्रतिशत तक मेडल प्राप्त करने वाली की संख्या छात्राओं की है। उन्होंने कहा कि इस पर असंतुलन नहीं होना चाहिए। बेटे भी आगे आवें और बेटियां भी। उन्होंने कहा कि इस पर शोंध कराना चाहिए कि बेटियां क्यों आगे आ रही है।
श्रीमती पटेल नेछात्रों को सलाह देते हुए कहा कि दहेज प्रथा के विरूद्ध आवाज उठायें और दहेज का पूर्णरूप से बहिष्कार करें तथा साथ अपने अभिभावकों को दहेज रहित विवाह के लिए तैयार करें। उन्होंने अभिभावकों को भी सलाह दी कि उन्हें शिक्षा के साथ ही साथ बच्चों को अच्छे संस्कार देना होंगा और उनमें नैतिक बल पैदा करने की आवश्यकता है।