नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने दक्षिणी दिल्ली के तुगलकाबाद में संत रविदास के मंदिर के पुनर्निर्माण के उच्चतम न्यायालय के आदेश का स्वागत किया है और कांग्रेस एवं आम आदमी पार्टी (आप) पर इस मामले को सांप्रदायिक तनाव फैलाने की कोशिश करने का आरोप लगाया है। भाजपा के महासचिव भूपेन्द्र यादव ने आज यहां एक संवाददाता सम्मेलन में यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा की संत रविदास में आस्था है और उनके करोड़ों अनुयायियों की भावनाओं का आदर करते हुए सरकार की पहल पर ही अटार्नी जनरल की अध्यक्षता वाली समिति बनायी गयी जिसकी सिफारिशों के अनुसार ही अदालत ने मंदिर के पुनर्निर्माण की छूट दी है।
यादव ने कहा कि भाजपा दो दिन पहले आये उच्चतम न्यायालय के फैसले का स्वागत करती है। पंद्रहवीं सदी के संत रविदास का जीवन समाज से छुआछूत के खिलाफ सामाजिक समरसता के लिए समर्पित था। उनके अनुयायी सदियों से उनके आदर्शों का प्रचार प्रसार करते हुए सामाजिक उत्थान का कार्य करते रहे हैं। अदालत के आदेश के कारण उनका स्थान खाली कराने का कार्य किया गया। लेकिन सरकार ने अटॉर्नी जनरल के माध्यम से उच्चतम न्यायालय में मामले के समाधान की पहल की और अंतत: मंदिर के पुनर्निर्माण का मार्ग प्रशस्त हुआ। इस मामले में हिरासत में लिये गये लोगों को भी रिहा कर दिया गया है।
उन्होंने कहा कि इस मामले का दुखद पहलू यह है कि कांग्रेस एवं आम आदमी पार्टी ने इस विषय का राजनीतिकरण किया और अनर्गल बयानों से लोगों की भावनाएं भड़काने का प्रयास किया। जिम्मेदार राजनीतिक दल होने के नाते उन्हें राजनीतिक सामाजिक विद्वेष को कम करने का प्रयास करना चाहिए था लेकिन ऐसा करने की बजाय उन्होंने उसे भड़काया। भाजपा की इसकी कड़ी निंदा करती है। उल्लेखनीय है कि अगले साल फरवरी तक दिल्ली विधानसभा के चुनाव होने हैं और दिल्ली में अनुसूचित जाति के मतदाता करीब 16 प्रतिशत हैं।