लखनऊ। हिंदूवादी नेता कमलेश तिवारी की कल शुक्रवार राजधानी लखनऊ में हुई हत्या के तार गुजरात से जुड़ रहे हैं जबकि राज्य सरकार ने इसकी जांच विशेष जांच एजेंसी (एनआईए) को सौप दी है। दूसरी ओर कमलेश के परिवार वालों ने सीतापुर से भारतीय जनता पार्टी के एक नेता और दो मौलानाओं पर हत्या का आरोप लगाया है । पुलिस ने एक मौलाना को हिरासत में लिया है । राज्य सरकार ने कल ही हत्या की जांच के लिये पुलिस महानिरीक्षक रैंक के एक अधिकारी के नेतृत्व में विशेष जांच टीम का गठन कर दिया था। कमलेश तिवारी का शव कल देर रात उनके सीतापुर के मोहम्मदाबाद अंतिम संस्कार के ले जाया गया।
उनकी हत्या के विरोध में कल लखनऊ में जगह जगह विरोध प्रदर्शन हुये। पुलिस सूत्रों ने आज शनिवार को यहां कहा कि अब यह साबित हो गया है कि कमलेश की हत्या के तार गुजरात से जुड़े हैं। सीसीटीवी कैमरे और गुजरात के सूरत की एक मिठाई दुकान के मिले डिब्बे से साबित होता है कि हत्यारे उसी राज्य से आये थे। यह कहा गया है कि दुबई के रहने वाले किसी रासिद पठान ने .अशफाक और मोइनुद्दीन नाम के शूटर को हत्या की सुपारी दी थी। कमलेश ने मोहम्मद के खिलाफ आपत्तिजनक बयान दिये थे जिसके खिलाफ उन पर रासुका के तहत कार्रवाई भी की गई थी ।