हमीरपुर। राजस्थान के कोटा बैराज और माताटीला बांध से डेढ़ लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के कारण बेतवा और यमुना का जलस्तर बढ़ने और कल सुबह तक खतरे का निशान पार करने को ध्यान में रखते तटवर्ती 150 गांवों में एलर्ट कर दिया गया है। मौदहा बाध के अधिशासी अभियंता एके निरंजन ने बताया कि यमुना नदी का खतरे का निशान 103.632मीटर है जो इस समय नदी का जल स्तर 106 मीटर पार कर गया है। इसी प्रकार बेतवा नदी का खतरे का निशान 104. 546 है जो इस समय 105.489 मीटर पार कर गया है। सुबह तक दोनों नदियों का जल स्तर एक मीटर और बढ़ जाने का दावा किया गया है।
इसी बीच केंद्रीय जल आयोग के एसडीओ अनुज शर्मा ने बताया कि चंबल नदी का पानी पूरी तरह दबाव बनाये हुये है वही उदी, औरेया, इटावा व पचनदा प्वाइंट पर लगातार पानी बढ़ने से यमुना का जल स्तर लगातार बढ़ रहा है जिससे स्थिति खराब होती जा रही है। चंबल का जलस्तर बढ़ने से इलाके के अनेक गांव बाढ़ की चपेट में हैं। उन्होंने बताय कि राठ रोड पर सड़क के ऊपर से पानी बहने के कारण दो पहिया वाहन चलना बंद हो गये है वही टिकरौली व पाराओझी मार्ग पर पानी भर जाने के कारण 12 गावों का संपर्क मुख्यालय से टूट गया है। वही सड़क के किनारे शरण लिये करीब डेढ़ सौ परिवारों के सामने रिमझिम बरसात होने से आफत आ बनी है।
हालाकि राहत शिविरों में लोगों कोभोजन सामग्री पहुचायी जा रही है। वही कई बाढ़ पीडित बीमार हो गये है जिनका सदर अस्पताल में इलाज किया जा रहा है। बेसिक शिक्षा अधिकारी सतीश कुमार ने बताया कि दोनो नदियों के करीब डेढ़ सौ प्राइमरी एवं जूनियर विद्यालयों को तीन दिने के लिये बंद कर दिया गया है और सामान दूसरे स्थान पर पहुचाया जा रहा है।कई विद्यालयों मे पानी भर गया है।