नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय धर्मार्थ संस्था ‘ स्माइल ट्रेन इंडिया’ ने कटे होंठ एवं तालू विकार से पीड़ित बच्चों की जल्द पहचान और उनके समुचित उपचार के लिए ‘‘फेडरेशन ऑफ ऑब्सटेट्रिक एंड गायनेकोजिकल सोसायटीज ऑफ इंडिया के साथ एक समझौता किया है। स्माइल ट्रेन की मुख्य कार्यकारी अधिकारी और अध्यक्ष सूसान्नाह साहीफर ने मंगलवार को इस आशय की घोषणा करते हुए कहा, ‘‘भारत में इस बीमारी के प्रति लोगों को जागरुक बनाने के लिए हमें फोगसी के साथ समझौता करने से बेहद खुशी है। इस बीमारी से पीड़ति बच्चों की कम आयु में जल्द पहचान और उनका उपचार करने ऐसे बच्चों की जीवन गुणवत्ता में सुधार हो सकेगा।’’ इस दौरान फोगसी की अध्यक्ष डॉ नंदिता पालशेतकर ने कहा कि इस समझौते से एक विशेष कार्यक्रम की शुरुआत होगी और चूंकि महिलाओं का पहला संपर्क महिला रोग विशेषज्ञों से होता है तो ऐसे में वे प्रथम स्तर की संपर्ककर्ता हो जाती हैं और भ्रूण में किसी भी असामान्यता का पता लगाने में उनकी भूमिका अहम हो सकती है।
उन्होंने बताया कि इस बीमारी के प्रति लोगों में जागरुकता नहीं है और इसके अभाव में पीड़ित बच्चों का उपचार नहीं हो पाता है क्योंकि इसके साथ कुछ भ्रांतियां जुड़ी है जिसकी वजह से लोग ऐसे बच्चों का उपचार नहीं करा पाते हैं। स्माइल ट्रेन की उपाध्यक्ष और क्षेत्रीय निदेशक, एशिया, ममता कारोल ने बताया कि यह बीमारी एक जन्मजात विकार होती है जिसके बारे में लोगों को जागरुक किया जाना जरूरी है तथा चिकित्सक समुदाय, माता-पिता और समुदाय को इसके बारे में शिक्षित किए जाने की आवश्यकता है ताकि समय पर ऐसे बच्चों की सर्जरी कराकर उनकी जीवन गुणवत्ता को बेहतर बनाया जा सके। स्माइल ट्रेन ने पिछले 20 वर्षों में भारत में इस विकार से पीड़ित बच्चों की सफल सर्जरी में सहयोग दिया है और इनकी संख्या छह लाख है।