भोपाल। मध्यप्रदेश के मुरैना, अम्बाह और सबलगढ़ शहर में विद्युत वितरण व्यवस्था को और प्रभावी बनाया जाएगा। आधिकारिक जानकारी के अनुसार मध्यक्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध संचालक विशेष गढ़पाले ने मुरैना वृत्त के उप महाप्रबंधक, सहायक अभियंता एवं जूनियर इंजीनियर की समीक्षा बैठक में निर्देश दिये कि मुरैना जिले में बिजली के उपयोग के प्रत्येक यूनिट की गणना करें, ताकि सकल तकनीकी एवं वाणिज्यिक हानियों को कम किया जा सके। बिजली के अवैध एवं अनधिकृत उपयोग की रोकथाम के लिये योजना बनाकर कार्य करें। गढ़पाले ने घर-घर और दुकान-दुकान जाकर चेंकिग करने का अभियान चलाए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इससे उपभोक्ताओं की समस्याओं का मौके पर निदान होगा। साथ ही कंपनी को राजस्व भी मिलेगा।
कृषि पम्पों के भार वृद्धि के लिए लक्ष्य निर्धारित कर कार्य करें, ताकि रबी सीजन में किसानों को पर्याप्त वोल्टेज पर बिजली आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके। गढ़पाले ने कहा कि कॉल-सेन्टर में दर्ज होने वाली उपभोक्ता शिकायतों के निराकरण के रिस्पांस टाइम को कम करने की जरूरत है। यदि शिकायतें 11 के.व्ही. एवं 33 के.व्ही. लाईन के फाल्टी होने की हैं, तो भी सुधार में कम समय लगना चाहिए। उपभोक्ता की व्यक्तिगत शिकायतें हैं, तो उन्हें न्यूनतम समय में हल करने के प्रयास करें।
गढ़पाले ने कहा कि मीटर वाचन की त्रुटि के कारण ही बिल में त्रुटियाँ आती हैं। इसलिए मीटर रीडिंग डायरियों और मीटर वाचकों पर पर नजर रखें। उन्होंने मुरैना जिले में कोताही बरतने वाले मीटर वाचकों पर तत्काल कठोर कार्यवाही के निर्देश दिए। गढ़पाले ने कहा कि शहरी और अर्धशहरी क्षेत्रों में देखने में आया है कि वितरण ट्रांसफार्मर के बाक्स खुले अथवा टूटे पाए जाते हैं। ऐसे ट्रांसफार्मरों का रखरखाव किया जाए ताकि विद्युत दुर्घटनाओं से बचा जा सके। यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि गणेशोत्सव एवं अन्य त्यौहारों में बिजली का प्रवाह निर्बाध रूप से हो। कृषि पम्पों के अस्थाई कनेक्शनों को 30 अगस्त तक स्थाई कनेक्शनों में परिवर्तित करें।