भिवानी। पिछले नौ साल से पुलिस के लिए सिरदर्द बने तीन लाख के इनामी बदमाश विनोद मिताथल को राजस्थान से गिरफ्तार किया गया है। पुलिस अधीक्षक गंगाराम पूनिया ने आज यहां पत्रकारों को बताया कि विनोद नौ साल पहले पेरोल पर जेल से बाहर आने के बाद फरार हो गया था। उन्होंने बताया कि कल शाम पुलिस को विनोद के राजस्थान के चुरू जिले में ठिकाने की सूचना मिली थी। जिसके बाद पुलिस की एक टीम रवाना हुई और वहां सरदार शहर पुलिस की सहायता से विनोद व उसके एक साथी प्रवीण मालवास देवसर को गिरफ्तार किया। पूनिया ने बताया कि विनोद मिताथल तीन दिसंबर 2003 को हुई हत्या के मामले में जेल में था और पेरोल पर बाहर निकला था।
मार्च 2010 में वह फरार हो गया। विनोद पर हत्या, हत्या के प्रयास, फिरौती व अपहरण जैसे 50 मामले दर्ज हैं, जिसमें से 12 मामलों में उसे सजा हो चुकी है। उसकी गिरफ्तारी के लिए भिवानी पुलिस ने दो लाख रुपये, जिला रोहतक व झज्जर पुलिस ने 50-50 हजार रुपये इनाम घोषित किया हुआ था। आरोपियों से पुलिस ने तीन पिस्टल व काफी मात्रा में कारतूस भी बरामद किये हैं। पुलिस के अनुसार विनोद ने स्वीकार किया है कि उसने और उसके साथियों ने 12 दिसंबर 2016 को भिवानी के वरिष्ठ डाक्टर के.एल. बावा का अपहरण कर उनकी हत्या की थी और बिरहीं छपार के जंगल में शव जला दिया था। पुलिस के अनुसार इसके अलावा 9 अप्रैल 2018 को तेल मील व्यापारी हनुमान प्रसाद व उनके पुत्र के अपहरण में भी विनोद और उसके गिरोह का हाथ था।