नई दिल्ली। दुनिया में यातायात के लिहाज से भीड़भाड़ वाले 10 प्रमुख शहरों में से चार भारत के हैं जिसमें बेंगलुरु पहले पायदान पर है जबकि मुंबई चौथे, पुणे पाँचवें और राजधानी दिल्ली आठवें स्थान पर है। दिल्ली वालों के व्यस्ततम समय के दौरान गाड़ी चलाने पर हर वर्ष 190 घंटे अर्थात सात दिन 22 घंटे का समय नष्ट हो जाता है। लोकेशन टेक्नोलॉजी क्षेत्र की कंपनी ‘टॉमटॉम’ (टॉम2) ने बुधवार को ‘टॉमटॉम यातायात इंडेक्स’ जारी किया जिसमें 57 देशों के 416 शहरों में यातायात की स्थिति की रिपोर्ट पेश की गयी है। दिल्ली को इस वर्ष भीड़ के कारण यात्रा के दौरान यातायात में फँसने के अतिरिक्त समय के मामले में आठवाँ स्थान मिला है। औसतन व्यस्ततम समय के दौरान गाड़ी चलाने वाले दिल्लीवासी हर साल 190 घंटे, यानी सात दिन 22 घंटे का अतिरिक्त समय गँवाते हैं।
शहर में सबसे अधिक भीड़भाड़ वाला दिन 23 अक्टूबर 2019 को था जबकि सबसे कम भीड़भाड़ 21 मार्च को रहा था। सूचना प्रौद्योगिकी केन्द्र के तौर पर स्थापित हो चुका बेंगलुरु इस वर्ष अव्वल स्थान पर रहा जहाँ दक्षिण भारत के इस शहर में गाड़ी चलाने वालों के ट्रैफिक में फँसकर सफर का औसतन 71 प्रतिशत अतिरिक्त समय लगा है। विश्व के 10 सबसे भीड़भाड़ वाले शहरों में से चार बेंगलुरु, मुंबई, पुणे और दिल्ली भारत में हैं। इसमें मुबई चौथे और पुणे पाँचवें स्थान पर है। दुनिया के 10 शहरों में फिलीपींस का मनीला, कोलंबिया का बोगोटा, रूस का मास्को, पेरू का लीमा, तुर्की का इस्ताम्बुल और इंडोनेशिया का जकार्ता शामिल है।