धर्मशाला। हिमाचल के उद्योग मंत्री बिक्रम सिंह ठाकुर ने कहा है कि प्रदेश सरकार के दो साल पूरे होने पर 27 दिसंबर को दस हजार करोड़ का निवेश जमीन पर उतर जाएगा। उन्होंने आज विधानसभा में विपक्ष की ओर से घोटाले को लेकर लगाए जा रहे तमाम आरोपों को नकारते हुए कहा कि सरकार विपक्ष के हरेक सवाल का जवाब देने को तैयार है। सब कुछ पारदर्शिता के साथ हुआ है। विपक्ष की गैर मौजूदगी में आज विधानसभा में इन्वेस्टर मीट पर हुई चर्चा का जबाव देते हुए ठाकुर ने विपक्ष को आरटीआई के तहत तमाम जानकारी लेने की चुनौती तक दे डाली। उन्होंने कहा कि इंवेस्टर मीट पर 22 से 24 करोड़ रुपए खर्च हुए जिसमें से 12 करोड़ रुपए केंद्र सरकार ने दिए है।
उद्योगमंत्री ने बाकी राज्यों से तुलना करते हुए कहा कि उतराखंड में इसी तरह की मीट पर 34 करोड़ खर्च किए। जबकि प्रदेश सरकार ने प्रदेश के खजाने से 12 करोड खर्च किए है। उन्होंने प्रतिपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री के इस आरोप को नकार दिया कि इस मीट पर 58 करोड़ खर्च हुए । उन्होंने कहा कि इस मीट में 96 हजार करोड़ के 703 एमओयू हुए और इससे दो लाख लोगों को रोजगार मिलने की संभावना है। इससे पहले चर्चा में भाग लेते हुए विधानसभा में मुख्य सचेतक नरेंद्र बरागटा ने कहा कि ग्लोबल इंवेस्टर मीट हिमाचल के इतिहास में बहुत बड़े इवेंट के रूप में दर्ज होगा। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार ने इंवेसटर मीट के लिए कई रोड़ शो किया व अस्सी लाख खर्च कर दिए लेकिन आज तक कोई निवेश नहीं आया।