गांधीनगर। गुजरात की छह विधानसभा सीटों पर आज उपचुनाव शांतिपूर्वक संपन्न हो गये जिनमें कांग्रेस को छोड़ कर भाजपा में शामिल हुए पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय सचिव और बिहार के सह प्रभारी अल्पेश ठाकोर की सीट राधनपुर भी शामिल है। इन सीटों पर अल्पेश समेत कुल 42 प्रत्याशी मैदान में थे। मतदान वर्ष 2017 के चुनाव की तुलना में काफी कम रहा।
राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी एस मुरली कृष्णा ने यूएनआई को बताया कि मतदान सुबह आठ बजे शुरू हुआ और शाम छह बजे संपन्न हो गया। प्रारंभिक अनुमान के अनुसार औसतन 51.36 प्रतिशत वोटिंग हुई है। सर्वाधिक 68.95 प्रतिशत थराद सीट पर (2017 में 86.06 प्रतिशत) हुई है जबकि सबसे कम 31.53 प्रतिशत अमराईवाड़ी सीट पर (2017 में 63.97 प्रतिशत) हुई है। सभी छह सीटों पर मतदान के आंकड़े वर्ष 2017 में हुए विधानसभा चुनाव की तुलना में खासे कम हैं। राधनपुर सीट पर 59.87 प्रतिशत (2017 में 68.51प्रतिशत), खेरालु में 42.81 प्रतिशत (2017 में 71.86 प्रतिशत), बायड में 61.01प्रतिशत (2017 में 70.71 प्रतिशत) और लुनावड़ा में 47.54 प्रतिशत (2017 में 67.13 प्रतिशत ) मतदान हुआ है।
इन सीटों पर कुल मिला कर 14 लाख 76 हजार मतदाता थे। पाटन जिले के राधनपुर सीट पर भाजपा के अल्पेठ ठाकोर का मुकाबला कांग्रेस के रघु देसाई से माना जा रहा है। यह सीट अल्पेश के इस्तीफे से ही रिक्त हुई है। इसके अलावा पड़ोसी अरावल्ली जिले की बायड सीट पर कांग्रेस से त्यागपत्र देकर भाजपा में शामिल हुए अल्पेश के सहयोगी पूर्व विधायक धवल झाला तथा कांग्रेस के जशु पटेल के बीच मुख्य मुकाबला बताया जा रहा है। भाजपा के चार विधायकों के पिछले लोकसभा चुनाव में सांसद चुने जाने के कारण रिक्त हुई चार सीटों महीसागर जिले के लुनावाड़ा में भाजपा के जिग्नेश सेवक का मुकाबला कांग्रेस के गुलाब चौहाण से, महेसाणा जिले की खेरालु सीट पर भाजपा के अजमल ठाकोर का कांग्रेस के बाबुजी ठाकोर, अहमदाबाद के अमराईवाड़ी सीट पर भाजपा के जगदीश पटेल का कांग्रेस के धर्मेंद्र पटेल और बनासकांठा की थराद सीट पर भाजपा के जीवराज पटेल का कांग्रेस के गुलाबसिंह राजपूत से मुख्य मुकाबला माना जा रहा है।
मतगणना 24 अक्टूबर को होगी। इनके परिणाम से केवल पार्टियों के मनोबल पर असर पड़ेगा क्योंकि इनके चलते विधानसभा में सत्ता के अंकगणित पर कोई परिणामकारक असर नहीं होगा। ज्ञातव्य है कि 182 सदस्य वाली गुजरात विधानसभा में वर्ष 2017 के चुनाव में भाजपा ने 99, कांग्रेस ने 77, भारतीय ट्राइबल पार्टी ने दो, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने एक तथा निर्दलियों ने तीन सीटें जीती थीं। बाद में त्यागपत्रों और अयोग्यता आदि के कारण सदन का समीकरण बदल गया। वर्तमान में तीन सदस्य (एक भाजपा, एक कांग्रेस और एक निर्दलीय) अयोग्य घोषित है और उनकी सीटों पर उपचुनाव नहीं हुए हैं। छह अन्य सीटों पर आज उपचुनाव हुआ है। इससे पहले भी कांग्रेस से त्यागपत्र के चलते पांच सीटों पर उपचुनाव हो चुके हैं।